नई दिल्ली- पढ़े राम मंदिर पैदल रवाना हुए फैज खान की कहानी, इसलिए देशभर में हो रहा विरोध

भगवान राम के ननिहाल रायपुर के कौशल्या माता मंदिर की मिट्टी लेकर श्रीराम जन्मभूमि के लिए पैदल रवाना हुए फैज खान विवादों के बाद अब सतर्क हो गए हैं। उन्होंने अपनी पदयात्रा का लोकेशन बताना बंद कर दिया है। साथ ही सोशल मीडिया पर अपडेट्स भी नहीं कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर गौ भक्त
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नई दिल्ली- पढ़े राम मंदिर पैदल रवाना हुए फैज खान की कहानी, इसलिए देशभर में हो रहा विरोध

भगवान राम के ननिहाल रायपुर के कौशल्या माता मंदिर की मिट्टी लेकर श्रीराम जन्मभूमि के लिए पैदल रवाना हुए फैज खान विवादों के बाद अब सतर्क हो गए हैं। उन्होंने अपनी पदयात्रा का लोकेशन बताना बंद कर दिया है। साथ ही सोशल मीडिया पर अपडेट्स भी नहीं कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर गौ भक्त और रामकथा वाचक के रूप में पहचान करने वाले फैज ने 27 जुलाई को ट्वीट किया था, भगवान श्रीराम चंद्रजी ने बुलाया है, अयोध्या की ओर बढ़ रहा हूं। दो साल में गौरक्षा के लिए फैज ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक करीब 12 हजार किलोमीटर की पदयात्रा भी की है।

नई दिल्ली- पढ़े राम मंदिर पैदल रवाना हुए फैज खान की कहानी, इसलिए देशभर में हो रहा विरोध

देशभर से समर्थन और खिलाफ में प्रतिक्रिया

फैज के पदयात्रा की ट्वीट के बाद पहले दिन से ही देशभर से समर्थन और खिलाफ में प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई थी। वाराणसी के श्रीविद्यामठ में शंकराचार्य स्वरूपानंद के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सबसे पहले फैज का विरोध किया। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण हिंदुओं के लंबे संघर्ष और एकजुटता के कारण संभव हो पाया है। किसी मुस्लिम के हाथ की मिट्टी भूमि पूजन में शामिल नहीं की जानी चाहिए। वही विरोध के बीच श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने फैज का समर्थन किया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक दिन पहले ही अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बयान का विरोध किया और कहा कि यह निरर्थक विवाद खड़ा करने का प्रयास है। यह समाज के अंदर झगड़े पैदा करनेवालों की मानसिकता को दिखाता है।

सोशल मीडिया से दूरी बनाई

अविमुक्तेश्वरानंद के विरोध के बाद देशभर में फैज के खिलाफ सोशल मीडिया पर माहौल बनने लगा। देखते ही देखते फैज के पक्ष और विपक्ष में हजारों लोग खड़े हो गए। इस बीच, विवाद को बढ़ता देख फैज ने सोशल मीडिया से दूरी बना ली। मीडिया ने जब फैज से पूछा कि वे पदयात्रा करते हुए कहां पहुंचे, तो उन्होंने कहा कि अभी लोकेशन बताना उचित नहीं है। हालांकि फैज ने यह आश्वासन जरूर दिया कि वे पांच अगस्त तक अयोध्या पहुंच जाएंगे और कौशल्या मंदिर की मिट्टी भूमिपूजन कार्यक्रम में भेंट करेंगे। फैज ने दो दिन के बाद बुधवार को एक चौपाई ट्वीट किया है, – संत हृदय नवनीत समाना, कहा कबिन्ह परि कहीं न जाना, नित परताप द्रवई नवनीता, पर दुख द्रवहिं संत सुपुनीता।

सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग में नंबर एक पर है फैज

बता दें कि सोशल मीडिया पर फैज के विरोध में हैशटैग फैज खान गो बैक ट्रेंड कर रहा है। शाम तक ट्वीटर पर यह हैशटैग नंबर एक पर पहुंच गया है। सोशल मीडिया पर यह कमेंट भी आ रहा है कि जिस तरह मक्का में किसी हिंदू का प्रवेश वर्जित है, उसी तरह राम जन्मभूमि स्थल के 100 किलोमीटर के दायरे में मुस्लिमों का प्रवेश रोका जाए।

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