हल्द्वानी - असंवेदनशीलता, ओखलकांडा सड़क हादसे में अनाथ हुए बच्चों का कौन? , सिस्टम को जगाने के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण 

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हल्द्वानी - इसी साल 5 जून को विकासखंड ओखलकांडा के पतलोट क्षेत्र में सड़क हादसे के दौरान 7 लोगों की मौत हुई तो वही 7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे मृतकों के परिजनों को प्रशासन द्वारा मुआवजा 4 महीने बाद दिया गया था लेकिन इस हादसे में जिनके माता-पिता की मौत हुई थी उन बच्चों को अभी तक प्रशासन द्वारा किसी भी तरह से कोई मुआवजा नहीं मिला है और अन्य जो घायल है उनको भी प्रशासन ने कोई मुआवजा नहीं दिया है. 

 

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ऐसे में आज क्षेत्र के लोग प्रमुख राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू के नेतृत्व में बुद्ध पार्क पहुंचे जहां पर उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की इस दौरान तहसीलदार हल्द्वानी सचिन कुमार भी पहुंचे जहां पर उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने कहा वह इस मामले में उच्च अधिकारियों से ही बात करेंगे और कोई मजबूत आश्वासन मिलने के बाद ही अपना प्रदर्शन समाप्त करेंगे नहीं तो वह डीएम कैंप के पास धरना देंगे। 


तहसीलदार सचिन कुमार ने एसडीएम धारी से प्रदर्शन कर रहे हरीश पनेरु की दूरभाष पर बात कराई और मृतकों के बच्चों और अन्य घायलों को जल्द से जल्द मुआवजा दिए जाने की बात कही है जिस पर प्रदर्शनकारियो ने अपना धरना समाप्त किया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनहित से जुड़े पहाड़ की पीड़ा को समझते हुए काम कर रहे हैं लेकिन उनके नियुक्त किए गए जिले के बड़े अधिकारी पहाड़ के लोगो के दर्द और उनके साथ मानव संवेदना नहीं रख रहे हैं! 

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