पढ़ियें तीरथ सिंह रावत का RSS कार्यकर्ता से लेकर सांसद बनने तक की पूरी कहानी, जाने उनका पूरा जीवन परिचय
2019 लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल सीट में तीरथ सिंह रावत ने जीत दर्ज कर एक और कीर्तीमान अपने नाम कर लिया है। बीजेपी सांसद तीरथ सिंह रावत ने अपने विपक्ष में खड़े हुए कांग्रेस के प्रत्याशी मनीष खंडूरी को पराजित किया है। तीरथ सिंह रावत भारतीय भारतीय जनता पार्टी से संबंधित राजनीतिज्ञ है। वह फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और चौबट्टाखाल से भूतपूर्व विधायक (2012-2017) रहे। जिसके बाद वह भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रहे। उनका जन्म सीरों, पट्टी असवालस्यूं पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में हुआ था। वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे।
इसके बाद 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए तत्पश्चात प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे। बता दें कि तीरथ सिंह रावत ने अपनी राजनीति की शुरूआत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से की। वह रामजन्म भूमि आन्दोलन में 2 महीने जेल में रहे। इसके अलावा उत्तराखण्ड आन्दोलन में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही। इस दौरान वह कई रैलियो में शामिल रहे एवं राज्य आन्दोलनकारी के रूप में चिन्हित किये गए। उन्होंने मुज्जफरनगर (रामपुर तिराहे) से गढ़वाल तक शहीद यात्रा का नेत्रत्व किया।
तीरथ सिंह रावत का राजनीतिक परिचय
भाजपा राष्ट्रीय सचिव / पूर्व प्रदेश अध्यक्ष / पूर्व शिक्षा मंत्री।
1983 – 1988 राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (उत्तराखण्ड) के संगठन मंत्री रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री रहे।
हेमवती नंदन गढ़वाल विश्व विधालय में छात्र संघ अध्यक्ष रहे।
छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे।
उत्तराखंड छाया प्रदेश के मंत्री।
1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए तथा विधान परिषद् में विनिश्चय संकलन समिति के अध्यक्ष बनाये गए।
वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री रहे (First Education Minister of Uttarakhand)
2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए।
तत्पश्चात प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे।
उत्तराखण्ड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे।
वर्ष 2012 में चौबट्टाखाल विधान सभा से विधायक (Chaubattakhal MLA) निर्वाचित हुए।
वर्ष 2013 में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष (Uttarakhand BJP State President) बने।
वर्ष 2017 में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव (BJP National Secretary) बने।