हल्द्वानी- उत्तराखंड में छिपे जमातियों की अब नहीं खैर, DGP ने दी ये चेतावनी

उत्तराखंड में तेजी पैर पसार रहा कोरोना वायरस के चलते हर कोई अपने घरों में लाकडॉउन है। ऐसे में दिल्ली निजामुद्दीन से आये जमातियों की प्रदेश में दाखिल होने की खबर ने हर किसी को हिला कर रख दिया है। विगत दिनों में लगातार जमातियों के COVID-19 पॉजिटिव केस सामने आने से प्रशासन के हाथ
 | 
हल्द्वानी- उत्तराखंड में छिपे जमातियों की अब नहीं खैर, DGP ने दी ये चेतावनी

उत्तराखंड में तेजी पैर पसार रहा कोरोना वायरस के चलते हर कोई अपने घरों में लाकडॉउन है। ऐसे में दिल्ली निजामुद्दीन से आये जमातियों की प्रदेश में दाखिल होने की खबर ने हर किसी को हिला कर रख दिया है। विगत दिनों में लगातार जमातियों के COVID-19 पॉजिटिव केस सामने आने से प्रशासन के हाथ पाव भी फूल गए है। यही कारण है कि पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने प्रदेश में छिपे सभी जमातियों को खुद सामने आने के लिए आज यानी 6 अप्रैल तक का समय दिया है।

ऐक्शन में आई उत्तराखंड पुलिस

जानकारी मुताबित पुलिस महानिदेशक द्वारा 6 अप्रैल तक खुद सामने नहीं आने वाले जमातियों खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट के साथ हत्या का प्रयास (धारा 307) और उनके संपर्क में आने से किसी की मौत होने पर हत्या (धारा 302) का मुकदमा चलाने के निर्देश जारी किये है। कहा कि देश और उत्तराखंड मौजूदा समय में कोरोना वायरस के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है।

हल्द्वानी- उत्तराखंड में छिपे जमातियों की अब नहीं खैर, DGP ने दी ये चेतावनी

उत्तराखंड में विगत दिनों में कुछ ऐसे दृष्टांत आए हैं, जहां दिल्ली से आए हुए तब्लीगी जमात के लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हालत में प्रदेश में दाखिल हुए हैं। राज्य की खुफिया पुलिस एवं शासन-प्रशासन का तंत्र ऐसे सभी जमातियों का पता लगाने का प्रयास कर रहा है। खासतौर पर जो निजामुद्दीन दिल्ली में थे और उसके बाद यहां आए। आशंका है कि इनमें से कुछ कोरोना वायरस से संक्रमित हों, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

प्रदेश की जनता पर मंडरा रहा कोरोना का खतरा

इतना ही नहीं इन लोगो के संपर्क में आने से अन्य लोगो पर भी कोरोना होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल, 2020 के बाद यह जानकारी में आता है कि किसी ने जानबूझकर खुद को छुपाया है। ऐसे में उनके विरुद्ध डिजास्टर मैनेजमेंट और और आईपीसी की धाराओं के तहत हत्या के प्रयास की धारा में मुकदमा दर्ज किया जायेगा। अगर उनकी वजह से हुए संक्रमण से किसी की मौत हो जाती है तो ऐसे लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जायेगा। वही अगर 06 अप्रैल तक वह सामने आ जाते हैं तो पुलिस द्वारा उनका परीक्षण कर पूरी चिकित्सा कराई जाएगी।

यहाँ भी पढ़े

हल्द्वानी- बनभूलपुरा क्षेत्र में DM बंसल की बड़ी कार्यवाई, 5 पॉजिटिव जमाती मिलने के बाद लिया ये फैसला

हल्द्वानी- बच्चों के इलाज को दर-दर भटकता रहा पिता, एक ही दिन में ऐसे छाया इस परिवार में मातम