हल्द्वानी- बेलवाल भोग का कारनामा बगैर अनुमति लांच किया इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा, अब होगी कार्यवाही

देश भर में इम्युनिटी बूस्टर और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए निर्माताओं में काढ़ा बनाने की होड़ लगी हुई है। लेकिन निर्माता अपने मुनाफें के चक्कर में भारत सरकार और उत्तराखण्ड सरकार के नियम और कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं। उत्तराखण्ड में इसकी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। बाबा रामदेव के बाद
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हल्द्वानी- बेलवाल भोग का कारनामा बगैर अनुमति लांच किया इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा, अब होगी कार्यवाही

देश भर में इम्युनिटी बूस्टर और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए निर्माताओं में काढ़ा बनाने की होड़ लगी हुई है। लेकिन निर्माता अपने मुनाफें के चक्कर में भारत सरकार और उत्तराखण्ड सरकार के नियम और कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं। उत्तराखण्ड में इसकी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। बाबा रामदेव के बाद अब हल्द्वानी के बेलबाल भोग मसाला कम्पनी ने काढ़ा मसाला बना डाला है। बेलवाल भोग के स्वामी मुकेश बेलवाल ने दावा किया है कि उनके काढ़े से आम जनता की रोग प्रतिरोधक क्षमता और इम्यूनिटी दोनो ही बढ़ जायेगी। ऐसा सुनकर आयुर्वेदिक विभाग के अफसरों का भी सर चकरा गया हैं।

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हल्द्वानी- बेलवाल भोग का कारनामा बगैर अनुमति लांच किया इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा, अब होगी कार्यवाही

देखें क्या बोले मुकेश

गोलापार गायत्री फ्लोर मिल के स्वामी मुकेश बेलबाल ने आज अपनी आटा फैक्ट्री में लालकुआ के भाजपा विधायक नवीन दुम्का से काढ़ा मसाला लांच करा डाला है। लांचिंग बहुत शानदार हुई जिसमें स्थानीय लोगों के साथ ही पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रकाश गजरोला, और क्षेत्रीय प्रधान भी मौजूद थे। मुकेश ने कहा कि उन्होंने एक कानपुर के कैमिस्ट को अपने प्रोडक्ट की पूरी जानकारी दी थी जिसके बाद उन्होंने इस काढ़े का निर्माण किया है। इसमें किसी तरह की कोई दिक्कत नही है।

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हल्द्वानी- बेलवाल भोग का कारनामा बगैर अनुमति लांच किया इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा, अब होगी कार्यवाही

आयुर्वेदिक अधिकारी जांच करेंगे

जिला आयुर्वेदिक अधिकारी एमएस गुंज्याल ने बताया है कि गायत्री फ्लोर मिल ने उनसे काढ़ा मसाला नाम से कोई भी लाइसेंस नही लिया है अगर कोई भी व्यक्ति आयुर्वेदिक मेडिसनल तत्वों को जनता के सामने या मीडिया के सामने लेकर जाते है य फिर प्रचार करते है तो इससे भ्रम की स्थिति पनप जाती है। साथ ही अगर वह आयुर्वेदिक काढ़ा लांच करना चाहते हैं तो उन्हें उनके विभाग में पंजीकरण कराना चाहिए। वह मार्किट में नही बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामलें की जांच की जायेगी।

फूड सेफ्टी विभाग

वही फूड सेफ्टी अधिकारी कैलाश टम्टा ने बताया है कि मसाला बनाने बाला व्यक्ति मेडिसनल तत्वों के प्रोडक्ट में होने का कोई दावा नही कर सकता है। अगर वह दावा कर रहे हैं तो एक दम गलत है। केवल मसाला नाम से बेच सकते हैं लेकिन उन्होंने कोई दावा नही करना चाहिए।

काढ़ा बनाने में उपयोग किये जाने वाले तत्व

मामला काफी गम्भीर है क्योंकि इन दिनों कोरोना वायरस का प्रकोप काफी तेजी से फैल रहा है और इसीलिए हर कोई कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने के लिए अपने अपने प्रचार में जुटा है। लेकिन झूठा प्रचार करना एकदम गलत है जबकि सरकार ने ऐसे मामलों में लैब्रोटरी टैस्ट की बात पहले ही कह चुकी है।

हल्द्वानी- बेलवाल भोग का कारनामा बगैर अनुमति लांच किया इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा, अब होगी कार्यवाही

इम्युनिटी बढ़ाने का दावा करने वाले बेलवाल भोग ने इस काढ़े मसांले को गायत्री फ्लोर मील ग्राम लच्छमपुर तरनावार गौलापार, हल्द्वानी जिला नैनीताल में तैयार किया है। इस काढ़े में दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक, सूखी तुलसी, गिलोय, मुलेठी, तेज पत्ता, अजवाइन, सेंधा नमक, हल्दी, लाल किशमिश, लंबी मिर्च और लौंग का इस्तेमाल किया गया है।