हल्द्वानी- वायुसेना के जवान को चढ़ा अनोखा शौक, पढिय़े कैसे साइकिल से नाप दी आसाम से उत्तराखंड की दूरी

हल्द्वानी- जब इरादे अटल हों तो सफलता चल कर आती है।समुंद्र शह देता है और चट्टानें थरथराती हैं। यह पंक्तियां साइकिलिंग के शौकिन भारतीय वायुसेना की शान पंकज पर सटीक बैठती है। मूलरूप से अल्मोड़ा जिले मेहरागांव के रहने वाले पंकज को साइकिलिंग का ऐसा शौक चढ़ा कि उन्होंने इसे अपना जूनून बना लिया। पहले
 | 
हल्द्वानी- वायुसेना के जवान को चढ़ा अनोखा शौक, पढिय़े कैसे साइकिल से नाप दी आसाम से उत्तराखंड की दूरी

हल्द्वानी- जब इरादे अटल हों तो सफलता चल कर आती है।समुंद्र शह देता है और चट्टानें थरथराती हैं। यह पंक्तियां साइकिलिंग के शौकिन भारतीय वायुसेना की शान पंकज पर सटीक बैठती है। मूलरूप से अल्मोड़ा जिले मेहरागांव के रहने वाले पंकज को साइकिलिंग का ऐसा शौक चढ़ा कि उन्होंने इसे अपना जूनून बना लिया। पहले दिन उन्होंने 250 किमी साइकिल चलाई लेकिन उन्हें तो उडऩा था। इससे उनका मन नहीं भरा तो फिर उन्होंने 300 किमी साईकिल चलाई लेकिन इससे भी वह संतुष्ट नहीं हुए। लॉकडाउन में लोग बाहर निकलने से कतरा रहे है। इसी मौके को उन्होंने एक बड़े अवसर पर बदलने की ठानी और फिर शुरू की अपने सफर की कहानी।

नैनीताल-जिलाधिकारी और एसएसपी के नाम गुमनाम पत्र, साहब फड़ लगाने को रिश्वत मांग रहे ये लोग

सबसे पहले पंकज ने साईकिल से  आसाम से उत्तराखंड की यात्रा प्रारंभ कर दी है। उन्होंने साइकिल से आसाम घूमने का भरपूर आनंद लिया। पंकज ने बताया कि आज सुबह तीन बजे आसाम से वह उत्तराखंड की ओर चले हैं और पहले दिन उन्होंने 280 किमी का लक्ष्य रखा है। पंकज भारतीय वायुसेना में तैनात है। वह करीब 13 दिन में हल्द्वानी पहुंचेंगे। इसकी जानकारी देते हुए दीपक शर्मा व कमल शर्मा ने बताया कि पंकज कुछ दिन उनके होमस्टे में विश्राम करेंगे। उनका होमस्टे नैनीताल जिले के दियारी गांव में सिद्वेश्वरी होमस्टे के नाम से स्थित है। इसके बाद वह अपने गांव  के लिए अपनी यात्रा शुरू करेंगे। पंकज की साईकिलिंग को लेकर परिजनों में खुशी का माहौल है। लोग लगातार उनका हौंसला बढ़ा रहे है।

हल्द्वानी-17 सितंबर से होगी इस विवि की परीक्षा, यहां से डाउनलोड करें एडमिट कार्ड