हल्द्वानी-जीतपुर के युवाओं ने दिखाई मानवता, राशन पाकर छलक उठे गरीबों के आंसू

हल्द्वानी-लॉकडाउन के बाद लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। ऐसे में सबसे ज्यादा खाने की दिक्कत गरीब तबके के लोगों को आ रही हैं। जीतपुर नेगी गांव में अधिंकाश लोग अपने दो वक्त की रोटी के लिए हर दिन संघर्ष करते है। ऐसे में कई घरों में चूल्हे तक नहीं जल पा
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हल्द्वानी-जीतपुर के युवाओं ने दिखाई मानवता, राशन पाकर छलक उठे गरीबों के आंसू

हल्द्वानी-लॉकडाउन के बाद लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। ऐसे में सबसे ज्यादा खाने की दिक्कत गरीब तबके के लोगों को आ रही हैं। जीतपुर नेगी गांव में अधिंकाश लोग अपने दो वक्त की रोटी के लिए हर दिन संघर्ष करते है। ऐसे में कई घरों में चूल्हे तक नहीं जल पा रहे। जीतपुर के युवाओं ने आज घर-घर जाकर लोगों को दूध और बिस्किट के पैकेट बांटे। इसके अलावा हर दिन करीब 100 से ज्यादा घरों में रोटी बैंक के माध्यम से रोटी-सब्जी पहुंचा रहे है। साथ ही कई घरों में गैस तक भरवाई। इसके अलावा कई दुकान से कई लोगों के घरों में राशन भी भरवाया। इस दौरान कई गरीबों के आंसू छलक पड़े। युवाओं की टोली में संजय कश्यप, पवन कुमार, पत्रकार जीवन राज के नाम शामिल है।

हल्द्वानी-जीतपुर के युवाओं ने दिखाई मानवता, राशन पाकर छलक उठे गरीबों के आंसू
संजय कश्यप और नीरज कुमार, पवन कुमार के द्वारा रात में हर घर पर रोटी और सब्जी पहुंचाई जा रही है। लोगों में क्षेत्रीय नेताओं की बेरूखी से गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। जीतपुर नेगी में अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने सहायता नहीं की है। ऐसे में जीतपुर के युवाओं ने एकत्र होकर घर-घर सहायता पहुंचाने का संकल्प लिया। आज करीब ३०० घरों में दूध, बिस्किट के अलावा जरूरी सामान भी पहुंचाया। बुर्जुगों ने उन्हें दुआएं दी। वहीं लोगों ने दिन के खाने का बंदोबस्त करने की बात कही तो युवाओं ने उन्हें दिन का खाना उपलब्ध कराने का वादा किया। संकट की इस घड़ी में जीतपुर के युवाओं की टोली हर घर जाकर जरूरी सामान लोगों को बांट रही है। जिसकी गांव के लोगों ने जमकर सराहना की। विगत दिवस संजय कश्यप ने एक घर में गैस सिलेंडर भराकर मानवता की मिसाल पेश की।

हल्द्वानी-जीतपुर के युवाओं ने दिखाई मानवता, राशन पाकर छलक उठे गरीबों के आंसू

युवाओं ने अपने खर्चें के पैसे एकत्र कर हर घर राशन पहुंचाने का संकल्प लिया है। संजय कश्यप ने बताया कि जब तक लॉकडाउन है, तब तक वह हर गरीब की मदद करेंगे। वही पवन कुमार ने लोगों को चीनी, चायपत्ती जैसे जरूरी सामान भी बांटा। जीतपुर में करीब ४०० परिवार निवास करते है। ऐसे में ज्यादातर लोग मेहनत मजदूरी वाले है।संजय कश्यप ने कहा कि गांव में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। संकट की इस घड़ी में लोगों को जरूरी चीजें मुहैय्या करना सबसे बड़ी मानवता है। जीतपुर के युवाओं की टोली किसी भी गरीब को भूखा नहीं सोने देंगी।

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