बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

भारत में लड़कियों की शिक्षा को लेकर काफी ध्यान दिया जा रहा है, इसके लिए देश में पहले से कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। जैसे बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना, बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ योजना, सुकन्या समृद्धि योजना,मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना आदि। केन्द्रीय सरकार हर साल अल्पसंख्यक छात्राओं के
 | 
बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

भारत में लड़कियों की शिक्षा को लेकर काफी ध्यान दिया जा रहा है, इसके लिए देश में पहले से कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। जैसे बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना, बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ योजना, सुकन्या समृद्धि योजना,मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना आदि। केन्द्रीय सरकार हर साल अल्पसंख्यक छात्राओं के लिए कई योजनाओं की शुरुआत करती है, ताकि वे अपनी उच्च शिक्षा बिना किसी परेशानी के प्राप्त कर सकें। इसी के आधार पर केन्द्रीय सरकार ने ‘बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति’ नाम की एक योजना शुरू की है, जिसके तहत अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बन्ध रखने वाली सभी छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इस योजना को पहले ‘मौलाना आजाद राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना’ के नाम जाना जाता था, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी द्वारा शुरु किया गया था।

यह भी पढ़ें- दूसरी बार सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने दिया मुस्लिमों को सबसे बड़ा तोहफा

बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

छात्रवृत्ति योजना का उद्देश्य

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से इस राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य देश के अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध रखने वाली सभी छात्राओं को पहचानना, उन्हें बढ़ावा देना और उनकी वित्तीय सहायता करना है जिसकी कमी के कारण वे अपनी शिक्षा जारी नहीं रख पाती है।

यह भी पढ़ें- अगर आप होम लोन लेने जा रहे है तो, एक बार इस खबर को जरूर पढ़ लें

छात्रवृत्ति योजना का स्कोप

इस योजना के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता का उपयोग छात्राओं द्वारा स्कूल / कॉलेज के शुल्क के भुगतान का खर्च, सिलेबस की पुस्तकों की खरीद, पाठ्यक्रम के लिए आवश्यक स्टेशनरी / उपकरण की खरीद और बोर्डिंग / लॉजिंग शुल्कों के भुगतान आदि के लिए ही किया जायेगा।

बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

छात्रवृत्ति की राशि

इस योजना में दी जाने वाली छात्रवृत्ति की वास्तविक राशि एडमिशन एवं कोर्स / ट्यूशन फीस और देखरेख भत्ता के लिए प्रदान की जाएगी. छात्रवृत्ति के रूप में दी जाने वाली राशि इस प्रकार है-

  • कक्षा 9 वीं और 10 वीं के लिए दी जाने वाली वास्तविक राशि अधिकतम 10,000 रूपये होगी, जिसे 2 किश्तों में जारी किया जायेगा. प्रत्येक किश्त में 5,000 रूपये प्रदान किये जायेंगे।
  • कक्षा 11 वीं और 12 वीं के लिए दी जाने वाली वास्विक राशि अधिकतम 12,000 रूपये होगी। इसे भी 2 किस्तों में जारी किया जायेगा। दोनों किश्तों में 6 – 6 हजार रूपये दिए जायेंगे।

छात्रवृत्ति के चयन के लिए प्राथमिकता

इस योजना में प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति की एक निश्चित संख्या है, इसलिए इसके चयन के लिए प्राथमिकता निर्धारित की गई है। सबसे कम आय वाले बीपीएल परिवार की छात्राओं को पहले प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद इसे इसके बढ़ते क्रम के अनुसार बांटा जायेगा।

बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

छात्रवृत्ति का नवीनीकरण

एक बार दी गई छात्रवृत्ति को अगले शैक्षणिक वर्ष के दौरान प्रमाण पत्र के उत्पादन के साथ नये सिरे से शुरू किया जा सकता है. यदि छात्रा पिछली कक्षा में कम से कम 50 त्न अंक से उत्तीर्ण हुई हो. तभी इसे रिन्यू किया जायेगा. इसके साथ ही कक्षा के किसी भी चरण के लिए चुनी गई छात्राओं को कक्षा के अगले चरण में नवीनीकरण के लिए आवेदन फॉर्म जमा करना होगा. हालाँकि हर चरण में नया आवेदन करने की जरुरत नहीं है।

छात्रवृत्ति योजना के लिए पात्रता

केवल छात्राओं के लिए : यह योजना केवल छात्राओं के लिए हैं एवं इसमें केवल उन अल्पसंख्यक छात्राओं को शामिल किया जायेगा, जोकि 6 नोटिफाइड अल्पसंख्यक समुदायों जैसे मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी से संबंध रखती हों।
कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक के लिए : इस योजना में 9 वीं से लेकर 12 वीं कक्षा तक की उन छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी, जिन्होंने पिछली कक्षा को कम से कम 50 % अंक या उससे ज्यादा से पास किया हो।

आय के आधार पर : सभी सोर्सेज को मिलाकर जिस उम्मीदवार के माता – पिता या अभिभावक की वार्षिक आय 2 लाख रूपये से अधिक नहीं हो, उस परिवार की छात्राएं इसके लिए पात्र हैं।

केवल एक बार आवेदन : छात्राओं को हर साल आवेदन फॉर्म जमा करने की आवश्यकता नहीं है केवल एक बार ही उन्हें आवेदन फॉर्म जमा करना होगा। यदि वे एक से ज्यादा बार आवेदन फॉर्म जमा करते हैं, तो उन्हें ‘डुप्लीकेट’ के रूप में माना जायेगा और उसे रिजेक्ट कर दिया जायेगा।
बैंक अकाउंट : इस योजना में दी जाने वाली राशि सीधे आवेदक के बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी. इसके लिए उन छात्राओं का खुद का बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है.
विदेशों में अध्ययन के लिए : यह योजना केवल भारत में पढ़ाई करने वाली छात्राओं के लिए ही है। अत: विदेशों में अध्ययन करने के लिए उन्हें कोई छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।

छात्रवृत्ति योजना में लगने वाले आवश्यक दस्तावेज

आय प्रमाण पत्र : यह योजना 2 लाख से कम आय वाले परिवारों की छात्राओं के लिए है। इसलिए उनके माता-पिता /अभिभावक को अपना राज्य सरकार / प्रशासन द्वारा घोषित सक्षम अधिकारी द्वारा जारी किया गया आय प्रमाण पत्र फॉर्म के साथ जमा करना होगा। यह हिंदी, अंग्रेजी या क्षेत्रीय किसी भी भाषा में हो सकता है. यदि यह क्षेत्रीय भाषा में है तो इसके साथ इसका हिंदी या अंग्रेजी संस्करण भी होना चाहिए।
कक्षा 10 वीं की अंकसूची : वर्तमान स्कूल या कॉलेज के प्राध्यापक द्वारा अटैस्टेड की हुई कक्षा 10 वीं की अंकसूची की कॉपी भी इसके साथ जमा करनी होगी.
वेरिफिकेशन : वर्तमान स्कूल या कॉलेज के प्राध्यापक द्वारा वेरिफिकेशन भी आवेदन फॉर्म के साथ देना आवश्यक है।
फोटो : वर्तमान स्कूल या कॉलेज के प्राध्यापक द्वारा अटैस्टेड की हुई एक पासपोर्ट साइज फोटो का होना भी आवश्यक है जोकि आवेदन फॉर्म में लगाई जाएगी।

बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ
आधार कार्ड : सभी उम्मीदवारों को शैक्षणिक और अन्य दस्तावेजों के साथ आधार कार्ड की कॉपी भी जमा करनी होगी, जोकि एक यूनिक आईडी है।
जाति प्रमाण पत्र : इस योजना में जाति को भी प्राथमिकता दी गई है इसलिए स्कूल या कॉलेज के प्राध्यापक द्वारा अटैस्टेड किया हुआ जाति प्रमाण पत्र भी जमा करना होगा।
बैंक पासबुक या चेकबुक: छात्राओं का बैंक अकाउंट होना आवश्यक है, इसके लिए उन्हें अपनी वेरीफाई की हुई पासबुक या चेकबुक की कॉपी भी जमा करनी होगी।

छात्रवृत्ति योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया

  • यह योजना मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन के छात्रवृत्ति पोर्टल द्वारा क्रियान्वित की गई है, इसलिए सभी छात्राओं को इसके अधिकारिक वेबपोर्टल http://www.maef.nic.in/Error.aspx?aspxerrorpath=/Instructions.aspx में जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
  • इस वेबसाइट में विजिट करने के बाद आप यहाँ से अपना आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद आप इस फॉर्म को सावधानी पूर्वक सही-सही भरें।
  • इस फॉर्म को भरने के बाद निर्धारित समय में आपको यह फॉर्म सभी दस्तावेजों के साथ मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन के ऑफिस में जाकर जमा करना होगा।
  • छात्रा द्वारा छात्रवृत्ति के लिए पहली बार आवेदन करने पर उन्हें ‘स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन फॉर्म’ में अपने सभी दस्तावेजों के साथ सही और प्रमाणित जानकारी प्रदान करके पोर्टल पर खुद को ‘रजिस्टर’ करना होगा।
  • अधिक जानकारी के लिए एवं साल 2018-19 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का आवेदन करने के लिए आप इस लिंक https://scholarship-maef.org/ पर क्लिक कर सकते हैं।

बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

छात्रवृत्ति का वितरण

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिनियम, 1992 की धारा 2 सी के तहत मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी को अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में नोटिफाइड किया गया है। राज्य / केंद्र शासित प्रदेशों में छात्रवृत्ति का वितरण, 2011 की जनगणना के अनुसार उपरोक्त नोटिफाइड अल्पसंख्यकों की आबादी के आधार पर किया जायेगा।

छात्रवृत्ति योजना में चयन प्रक्रिया

इस योजना में चयन प्रक्रिया उम्मीदवारों के माता-पिता की वार्षिक आय के मानदंडों पर आधारित होगी। सभी योग्य छात्राओं जिन्होंने पिछली कक्षा में 50 प्रतिशत अंक या उससे ज्यादा प्राप्त किये हों, का चयन उनके माता-पिता की निम्न वार्षिक आय से बढ़ते क्रम में किया जायेगा। हालांकि केन्द्रीय क्षेत्र में अल्पसंख्यकों की आबादी के आधार पर प्रत्येक राज्य या केंद्र शासित प्रदेशों के लिए छात्रवृत्ति कोटा की संख्या निश्चित है।

बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की कब हुई शुरुआत, जानिए मुस्लिम छात्राओं को इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ

छात्रवृत्ति की राशि प्रदान करने का तरीका

इस योजना में दी जाने वाली राशि डीबीटी यानि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांस्फर मोड के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में डाली जाएगी। इसके अलावा यह राशि किसी और माध्यम से या किसी और के बैंक खाते में नहीं डाली जाएगी।

नियमों में बदलाव

जब आवश्यकता हो तो सभी नियम समय – समय बदल भी सकते हैं, जोकि सभी के लिए लागू किये जायेंगे.