लखनऊ - यूपी में अब पोर्टल के माध्यम से जारी होगी मेडिकोलीगल रिपोर्ट, 564 नए आयुष्मान मंदिर होंगे क्रियाशील
लखनऊ - (दिव्या छाबड़ा) : उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक पारदर्शी और तकनीक-संवर्धित बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। अब राज्य में मेडिकोलीगल रिपोर्ट (MLR) भी पूरी तरह डिजिटल पोर्टल के माध्यम से जारी की जाएगी। इससे पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पहले ही इसी पोर्टल पर डिजिटल रूप में उपलब्ध कराया जा रहा था।
यह पोर्टल नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) द्वारा विकसित किया गया है। नई व्यवस्था के तहत स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों (CMO) को निर्देश दिए हैं कि डॉक्टरों को पोर्टल के उपयोग के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में मेडिकोलीगल रिपोर्ट मैन्युअल (हस्तलिखित) रूप में जारी न की जाए।
बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन को लेकर सख्ती -
प्रमुख सचिव ने बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन को लेकर भी सख्त रुख अपनाया है। सभी सीएमओ और सीएमएस को निविदा प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट की उचित व्यवस्था नहीं पाई जाती, तो उसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे।
564 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर जल्द होंगे शुरू -
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के तहत सरकार ने 564 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर जल्द शुरू करने की घोषणा की है। ये मंदिर विशेषकर शहरी क्षेत्रों की आबादी को ध्यान में रखते हुए स्थापित किए जाएंगे। इन स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को 14 प्रकार की जांच, डॉक्टरी परामर्श, और टेली-कंसल्टेशन जैसी आधुनिक सेवाएं प्रदान की जाएंगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 22,681 आयुष्मान आरोग्य मंदिर सक्रिय हैं, जिनमें से 1,123 शहरी क्षेत्रों में कार्यरत हैं। नए मंदिरों के शुरू होने से शहरी स्वास्थ्य ढांचे को और अधिक सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
