उत्तर प्रदेश - ओलंपिक संघ की वार्षिक साधारण सभा में खेलों के उत्थान के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदम, बरेली ने भी निभाई अहम भूमिका
लखनऊ/ बरेली - उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ की वार्षिक साधारण सभा का भव्य आयोजन राजधानी लखनऊ स्थित होटल फॉर्चून पार्क बीबीएल में किया गया। यह सभा प्रदेश में खेल संस्कृति को प्रोत्साहन देने और खिलाड़ियों के हित में नई योजनाओं को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के चेयरमैन एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, कार्यवाहक अध्यक्ष श्री नवनीत सहगल (विशेष कार्याधिकारी, प्रसार भारती), संघ के अध्यक्ष श्री विराज सागर दास, और महासचिव डॉ. आनंदेश्वर पांडे की गरिमामयी उपस्थिति रही। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों से आए जिला ओलंपिक संघों के प्रतिनिधि, विभिन्न खेल संगठनों के पदाधिकारी एवं राज्य स्तरीय खेल संघों के अध्यक्षों ने भी सभा में भाग लिया।
उपमुख्यमंत्री ने किया खेलों के लिए समर्पण का आह्वान -
सभा की शुरुआत करते हुए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारें खेलों के समग्र विकास के लिए कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा कि चाहे नीति निर्माण हो या अधोसंरचना विकास—हर स्तर पर सरकार खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने हेतु तत्पर है। उन्होंने कहा, "यदि सरकार के प्रयासों में कहीं कोई कमी रह जाती है, तो खेल संघों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे सामूहिक प्रयास से उस कमी को दूर करें।"
उन्होंने खेलों के प्रति अपनी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता जताते हुए अपने वेतन से ₹51,000 की धनराशि उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के कोष में देने की घोषणा की। इस प्रेरणा से प्रभावित होकर विभिन्न जनपदों के कई खेल संघों के अध्यक्षों ने भी ₹51,000-₹51,000 की राशि संघ को प्रदान करने की घोषणा की।
नवनीत सहगल ने साझा कीं सरकार की दूरदर्शी योजनाएं -
कार्यवाहक अध्यक्ष नवनीत सहगल ने बतौर पूर्व प्रमुख सचिव (खेल) अपने कार्यकाल की अनेक पहलों का उल्लेख करते हुए बताया कि खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और आवश्यक सामग्री हेतु 'एकलव्य क्रीड़ा कोष' की स्थापना की गई थी। इस कोष से खिलाड़ियों को नि:शुल्क खेल सामग्री एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, बशर्ते संबंधित जिला ओलंपिक संघ द्वारा उसकी अनुशंसा की जाए।
उन्होंने जानकारी दी कि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य हित में भी ठोस कदम उठाए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत खिलाड़ियों को लाभान्वित करने का प्रस्ताव कैबिनेट से पारित कराया जा चुका है। साथ ही, प्रदेश के हर स्टेडियम में "हेल्थ एटीएम" स्थापित करने की योजना को भी मंजूरी दी गई है, जिन्हें पीजीआई लखनऊ से जोड़ा जाएगा। इस परियोजना का टेंडर भी स्वीकृत हो चुका है। खेलों की सूचना एवं तकनीकी पहुंच के लिए एक बड़ी पहल करते हुए उन्होंने बताया कि जल्द ही उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ की आधिकारिक वेबसाइट तैयार की जाएगी, जो राज्य के सभी जिला खेल संघों से जुड़ी रहेगी।
प्रसार भारती का स्पोर्ट्स चैनल गांव-गांव तक लाएगा खेल आयोजन -
सभा की सबसे महत्वपूर्ण घोषणा के तहत श्री सहगल ने बताया कि प्रसार भारती द्वारा डीडी फ्री डिश (जिसकी पहुंच देश के 64 करोड़ घरों तक है) पर एक समर्पित स्पोर्ट्स चैनल चलाने की तैयारी है, जिससे राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय खेल आयोजनों का सीधा प्रसारण किया जाएगा। यह कदम प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को पहचान दिलाने में अत्यंत सहायक होगा और खेलों को गांव-गांव तक पहुंचाने के संकल्प को साकार करेगा।
बरेली जिला ओलंपिक संघ की सक्रिय भूमिका -
सभा में बरेली जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. आशीष गुप्ता ने भी सहभागिता की। उन्होंने प्रदेश ओलंपिक संघ के साथ पूर्ण समन्वय स्थापित करते हुए बरेली में स्थानीय स्टेडियमों के विकास, खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण एवं संसाधन उपलब्ध कराने, और एकलव्य क्रीड़ा कोष के अंतर्गत योग्य खिलाड़ियों की पहचान कराने की दिशा में कार्य करने का संकल्प व्यक्त किया।
बरेली जिला ओलंपिक संघ द्वारा भी उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के खाते में ₹51,000 की राशि देने की घोषणा की गई, जिससे जिले की सक्रिय भागीदारी और प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से सामने आई।
