बरेली - पहली ही बारिश में बहा बरेली नगर निगम का दावा, यह इलाके हुए जलमग्न, जलभराव बना लोगों के लिए मुसीबत 
 

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बरेली - (दिव्या छाबड़ा) सोमवार शाम जैसे ही बरेली में मानसून ने दस्तक दी, वैसे ही नगर निगम की तैयारियों की पोल खुल गई। झमाझम बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया और नाले उफान पर आ गए। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक 'येलो अलर्ट' जारी किया है। साथ ही बादलों की गरज और बिजली गिरने की चेतावनी भी दी है।

बारिश का यह सिलसिला सोमवार को शाम 7 बजे से शुरू हुआ, जो रात तक रुक-रुक कर जारी रहा। तेज बारिश से लोगों को गर्मी और उमस से राहत तो मिली, लेकिन जलभराव ने आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। बरसात ने नगर निगम की ‘नाला सफाई योजना’ की पोल खोल दी है। सुभाष नगर, बिहारीपुर, हजियापुर, सिकलापुर, मीरा की पैठ, एजाजनगर गौटिया, घेर शेख मिट्ठू और जोगी नवादा जैसे इलाकों में लोगों को घुटनों तक पानी से गुजरना पड़ा।

स्थानीय निवासी नाजिम खान और मोबिन अल्वी ने कहा कि नगर निगम की नालों की सफाई सिर्फ कागजों तक सीमित रही। “जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है,” उन्होंने आरोप लगाया। स्टेशन रोड से लेकर कॉलोनियों तक पानी ही पानी -  सिटी स्टेशन के सामने, कुतुब खाना, संजय नगर, इज़तनगर और 100 फुटा रोड जैसे इलाकों में भी घंटों जलभराव बना रहा। कहीं एक घंटे में पानी निकला, तो कहीं तीन से चार घंटे तक लोग फंसे रहे।

मौसम विभाग की चेतावनी: अगले तीन दिन रहें सतर्क - 
आंचलिक मौसम केंद्र के विशेष अतुल कुमार के अनुसार, यह मौसम परिवर्तन निम्न वायुदाब के चलते हुआ है। सोमवार को अधिकतम तापमान 34.2°C और न्यूनतम तापमान 26.9°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। हवा में नमी का स्तर 67% तक पहुंच गया है, जिससे आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। 

बरेली की पहली ही बारिश ने दिखा दिया कि नगर निगम के दावे कितने खोखले हैं। अगर समय रहते नालों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था नहीं सुधारी गई, तो आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ सकते हैं।

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