Uttarkashi Floods - धराली में तबाही के बीच सेना ही सहारा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 11 जवान सहित 50 से अधिक लोग लापता
Uttarkashi Disaster – उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में बादल फटने की घटना के बाद मची तबाही ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। धराली गांव में हालात सबसे गंभीर बने हुए हैं, जहां चारों ओर मलबे का ढेर है और सभी रास्ते बंद हो चुके हैं। इस बीच सेना, ITBP और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में दिन-रात जुटी हुई हैं।
25 फीट ऊंचे मलबे में फंसे ग्रामीण, सेना बना रही रास्ता -
धराली गांव में करीब 25 फीट ऊंचे मलबे में फंसे करीब 200 ग्रामीणों तक पहुंचने के लिए सेना और ITBP के जवान रास्ता बना रहे हैं। वहां एक अस्थायी पुलिया बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि राहत सामग्री और बचाव दल सुरक्षित गांव तक पहुंच सके।
हर्षिल में तेजी से चल रहा राहत अभियान -
हर्षिल क्षेत्र में राहत कार्य तेज़ करने के लिए अतिरिक्त सैन्य टीमें, खोजी कुत्ते, ड्रोन, और खुदाई करने वाली मशीनें भेजी गई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान धराली में एक 32 वर्षीय युवक का शव मलबे से बरामद किया गया है।
गंगोत्री हाईवे बना रेस्क्यू में बाधा -
गंगोत्री हाईवे पर भारी मलबा और क्षतिग्रस्त सड़कें राहत कार्य में बड़ी बाधा बन रही हैं। ऋषिकेश-उत्तरकाशी हाईवे भी कई जगहों पर अवरुद्ध है, जिससे राहत टीमें मौके पर समय से नहीं पहुंच पा रहीं।
11 जवान लापता, 50 से अधिक लोग गायब
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी के अनुसार अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, हर्षिल में सेना के 11 जवान लापता हैं। वहीं सुखी टॉप क्षेत्र में अचानक बाढ़ आई, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है।
एयरलिफ्ट के लिए टीमें तैयार
देहरादून में एयरलिफ्ट टीमों को तैयार रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर फंसे लोगों को हेलिकॉप्टर से निकाला जा सके। आपदा कंट्रोल रूम से हर पल स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
