Uttarakhand Tunnel Collapse - रेस्क्यू का आठवां दिन, मजदूरों का टूटा सब्र, ऑपरेटर मृत्युंजय ने अंदर से सुनाई आपबीती 

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Uttarkashi Tunnel Accident Rescue Operation -  उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में दिवाली के दिन हुए हादसे (Uttarakhand Tunnel Accident) में फंसे 41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज आठवां दिन है। और अब फंसे श्रमिकों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। सुरंग में फंसे मजदूर के रेस्क्यू में अभी चार से पांच दिन और लग सकते हैं। 


सुरंग में काम करने वाले लोडर ऑपरेटर मृत्युंजय कुमार ने बताया कि सुरंग के अंदर की स्थिति अच्छी नहीं है। बताया कि एक सप्ताह का समय हो गया है। लेकिन अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए खास काम नहीं हुआ है। बताया कि वह झूठ बोल बोलकर उन्हें यह कहते हैं कि मशीन लगी हुई है, तुम्हें जल्द बाहर निकाल दिया जाएगा। लेकिन उनका हौसला टूट रहा है। वह कहते हैं कि सूखा खाने पर वह कब तक जीयेंगे। तुम काम कर भी रहे हो या झूठ बोल रहे हो। बताया कि उन्हें भी स्थिति का अंदाजा है, इसलिए वह कितना झूठ बोल सकते हैंं। कहा कि मेट मशीन आए तो कुछ हो सकता है।

मुजफ्फरपुर बिहार का रहने वाला दीपक कुमार भी सिलक्यारा सुरंग में फंसा है। शनिवार को दीपक के चाचा कृष्णा पटेल सिलक्यारा पहुंचे। पाइपलाइन के जरिए उनकी दीपक से बात करवाई गई। कृष्णा पटेल ने बताया कि दीपक कह रहा है कि उसका पेट नहीं भर रहा, उसे जल्दी बाहर निकालो।

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रविवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ उत्तरकाशी के सिलक्यारा पहुंचे हैं उन्होंने रेस्क्यू कार्यों का जायजा लिया है।  केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी राहत एवं बचाव कार्य से जुड़े अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। 

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