Uttarakhand News - पूर्व भाजपा नेता और प्रॉपर्टी डीलर को गोलियों भूना, सभी हत्यारोपी फरार 
 

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Uttarakhand News - भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष अमरदीप चौधरी को उसके ही व्यापारिक सहयोगियों ने गोलियों से भून डाला। कनखल थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर अमरदीप चौधरी की उसी के साझेदार और उसके दो बेटों ने गोली मारकर हत्याकर दी। आरोपियों ने अमरदीप के सिर से तमंचा सटाकर दो गोलियां मारीं। अमरदीप के भाई पर भी फायरिंग की गई लेकिन गोली छूकर निकल गई। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए। अमरदीप पूर्व में भाजयुमो का जिला उपाध्यक्ष रह चुका है और हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुआ था।


रविवार रात करीब 11:30 बजे जगजीतपुर फुटबॉल ग्राउंड के पास रहने वाले अमरदीप चौधरी को प्रॉपर्टी के कारोबार में उसके साझेदार राजकुमार मलिक ने फोन कर घर बुलाया था। अमरदीप मोटरसाइकिल से अपने दोस्त सोनू राठी के साथ ओलिविया स्कूल के पास स्थित राजकुमार के घर पहुंचे। वहां राजकुमार के दोनों बेटे भी मौजूद थे। यहां किसी बात को लेकर अमरदीप और राजकुमार के बीच कहासुनी के बाद धक्कामुक्की हो गई। इसी बीच राजकुमार के बेटे मनदीप और हर्षदीप ने तमंचे से अमरदीप पर फायरिंग कर दी। पहले गोली उसकी कमर में लगी। इसके बाद आरोपियों ने सिर से सटाकर दो बार गोली चलाई जिससे अमरदीप की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपियों ने सोनू राठी पर भी फायर झोंक दिया।


सोनू किसी तरह वहां से बचकर निकल गया। उसने तुरंत अमरदीप के भाई बादल चौधरी को फोन पर घटना की जानकारी दी। आनन-फानन में बादल मौके पर पहुंचा तो आरोपियों ने उस पर भी फायर झोंक दिया। गनीमत रही कि गोली बादल को छूकर निकल गई। मौके पर करीब 10 राउंड फायर किए गए। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को एंबुलेंस से मेला अस्पताल पहुंचाया। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ सिटी मनोज कुमार ठाकुर सहित कई थानों की पुलिस घटनास्थल और अस्पताल पहुंच गई। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद की बात सामने आई है। फिलहाल पुलिस और एसओजी की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी है।

अमरदीप को किया गया था जिला बदर -
अमरदीप चौधरी के खिलाफ हरिद्वार जिले में मारपीट समेत कई मामलों में मुकदमे दर्ज थे। उसे एक बार जिला बदर भी किया जा चुका है। इससे पहले गुरुकुल विश्वविद्यालय में वह छात्र राजनीति में काफी सक्रिय रहा था।

(haridwar amardeep murder case)