उत्तराखंड - बिल्ली के बच्चों को लेकर छिड़ी ‘महाभारत’, संयुक्त परिवार में मचा बवाल, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

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उत्तराखंड - बिल्ली के बच्चों को लेकर छिड़ी ‘महाभारत’, संयुक्त परिवार में मचा बवाल, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

उत्तराखंड - देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में बिल्ली के बच्चों को लेकर एक संयुक्त परिवार में ऐसा विवाद हुआ कि मामला थाने तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि एक पक्ष ने बिल्लियों को अशुभ मानते हुए उन्हें स्कूटी की डिग्गी में डालकर कहीं दूर छोड़ दिया, जिसके बाद घर में जमकर विवाद हुआ। पीड़िता ने अपने चाचा-चाची और उनके तीन बेटों पर पशु क्रूरता और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या है पूरा मामला - 
फव्वारा चौक, धर्मपुर निवासी एक महिला ने नेहरू कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि 12 मार्च को एक बिल्ली अपने दो बच्चों के साथ उसके घर आई थी। कुछ दिन बाद बिल्ली तो चली गई, लेकिन बच्चे वहीं रह गए। महिला ने बिल्ली के बच्चों की देखभाल शुरू की, लेकिन घर में रहने वाले उसके चाचा और चाची को यह बात नागवार गुज़री।

चाचा बोले— बिल्ली अपशकुन है - 
शिकायत के अनुसार, चाचा और चाची का मानना था कि घर में बिल्ली या उसके बच्चे रहना अपशकुन होता है। इसी धारणा के चलते चाचा ने बिल्ली के बच्चों को स्कूटी की डिग्गी में बंद कर कहीं दूर छोड़ दिया। जब भतीजी को इसका पता चला और उसने आपत्ति जताई, तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि इसके बाद चाचा-चाची और उनके तीन बेटों ने भतीजी को जान से मारने की धमकी दी।

पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज - 
नेहरू कॉलोनी थाना प्रभारी संजीत कुमार ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिवार में बढ़ा तनाव - 
बिल्लियों को लेकर शुरू हुआ यह मामूली विवाद अब दो भाइयों के बीच गहरी खाई बन गया है। क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग हैरान हैं कि एक बिल्ली के बच्चों को लेकर पूरे परिवार में “महाभारत” छिड़ गई।

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