UPSC Result 2022 - जानिए कौन हैं उत्तराखंड के होनहार, तीन बेटियां हल्द्वानी की जिन्होंने UPSC में गाड़ दिए झंडे 

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UPSC Result 2022 Uttarakhand Topper - देश और दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) यानि (UPSC) नतीजों के सामने आने के बाद उत्तराखंड के कई घरों में जश्न का माहौल है. उत्तराखंड के कई होनहारों ने UPSC में अपनी सफलता के झंडे गाड़े हैं. इस बार UPSC परीक्षा में उत्तराखंड में बेटियों का दबदबा रहा इस लिस्ट में हल्द्वानी शहर की भी तीन बेटियों ने बाजी मारी है. यह तीनों मूल रूप से अल्मोड़ा जिले की रहने वाली हैं. एक बार फिर साबित हो गया कि बेटियां अगर कुछ करने की ठान ले तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। आइये जानते हैं कौन हैं उत्तराखंड से UPSC के होनहार - 

UPSC IAS Garima Narula - 
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले की रुद्रपुर के ईश्वर कॉलोनी की रहने वाली गरिमा नरूला (IAS Garima Narula Rudarapur) ने अपने पहले ही प्रयास में शानदार प्रदर्शन करते हुए 39 वीं रैंक हासिल की है. बता दें गरिमा नरूला (Garima Narula UPSC) के पिता विपिन नरूला पैथोलॉजी लैब में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. वहीं उनकी माता शारदा नरूला एक कुशल ग्रहणी है माता-पिता के अनुसार गरिमा बचपन से ही एक होनहार छात्रा थी

उन्होंने 2017 में 12वीं की परीक्षा में उधम सिंह नगर जिला टॉप किया था. शुरू से ही होशियार रही छात्रा रही गरिमा बचपन से ही समाज सेवा के प्रति खास रुझान रखती थी. गरिमा का कहना है कि वह आईएएस बनकर उत्तराखंड और देश की सेवा करना चाहती हैं वह गरीब और पिछड़े लोगों के लिए कार्य करना चाहती हैं। 


UPSC IAS DIKSHITA JOSHI - 
इस लिस्ट में हल्द्वानी निवासी दीक्षिता जोशी (DIKSHITA JOSHI UPSC) का नाम भी शामिल है. पीलीकोठी की रहने वाली दीक्षिता जोशी (DIKSHITA JOSHI IAS) ने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया 58वीं रैंक हासिल की है. दीक्षिता (DIKSHITA JOSHI UPSC HALDWANI) की माता दीपा जोशी पहाड़पानी के खीमराम आर्य राजकीय इंटर कॉलेज में हिंदी विषय की प्रवक्ता हैं जब्कि पिता आईके जोशी नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात हैं। 


दीक्षिता का परिवार मूल रूप से अल्मोड़ा के दन्या का रहने वाला है. वहीं उन्होंने हल्द्वानी के आर्यमान विक्रम बिरला से स्कूली शिक्षा हासिल की थी। दीक्षिता एक मेधावी छात्रा थी। साल 2011 हाईस्कूल और 2013 में इंटरमीडिएट में अच्छे अंक लाने का बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए जीबी पंत विश्वविद्यालय पंतनगर 2013-2017 में प्रवेश लिया। इसके बाद उन्होंने IIT मंडी से मास्टर्स किया। दीक्षिता की कामयाबी के बाद हल्द्वानी ही नहीं बल्कि पूरे राज्य से उन्हें बधाई मिल रही है।


UPSC IAS KALPANA PANDEY- 
बागेश्वर में गरुड़ निवासी कल्पना पांडे (KALPANA PANDEY UPSC UTTARAKHAND) ने UPSC परीक्षा उत्तीर्ण की है. उन्होंने पूरे देश में 102वीं  रैंक हासिल की है यानी वो ट्रेनिंग के बाद अब IAS अधिकरी बनेंगी। बता दें कि लिस्ट में आईएएस के पद के लिए 180 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. जिसमें से उत्तराखंड के बागेश्वर में गरुड़ निवासी कल्पना पांडे ( KALPANA PANDEY IAS) का नाम भी शामिल है।

कल्पना पांडे ( KALPANA PANDEY IAS) की कामयाबी ने एक बार पूरे देश में उत्तराखंड और जनपद बागेश्वर का नाम रोशन किया है। कल्पना के पिता का नाम रमेश चंद्र पांडे जिनकी गरुड बाजार में एक दुकान हैं। वहीं मां मंजू पांडे सीएचसी बैजनाथ में एएनएम है। कल्पना ने स्कूली शिक्षा बागेश्वर में ही हासिल की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली चले गईं। 


UPSC IAS MUDRA GAIROLA - 
कर्णप्रयाग चमोली की मूल निवासी मुद्रा गैरोला (MUDRA GAIROLA UPSC) ने साल 2022 UPSC नतीजों में सफलता हासिल की थी. उन्हें 163 रैंक हासिल हुई थी. उनका चयन आईपीएस में हुआ था. वैसे UPSC की तैयारी करने वाले हर शख्स का सपना आईएएस का होता है और यही मुद्रा गैरोला (MUDRA GAIROLA CHAMOLI) का भी था. उन्होंने आईपीएस की ट्रेनिंग के साथ ही एक बार फिर प्रयास किया और अब उन्हें 53वीं रैंक हासिल हुई है. इसी के साथ उनका आईएएस बनने का सपना भी साकार हो गया है।

मुद्रा ने यूपीएससी की परीक्षा में 53वीं रैंक हासिल कर जिले और प्रदेश का मान बढ़ाया है. उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है, जिलेभर मे जश्न का माहौल है। मुद्रा गैरोला (IAS MUDRA GAIROLA) कर्णप्रयाग तहसील के सिमली क्षेत्र में स्थित बांगडी गांव की रहने वाली हैं. वर्तमान में उनका परिवार दिल्ली में रहता है। मुद्रा हमेशा से आईएएस बनने का सपना देखा करती थीं, और इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की। चमोली पुलिस ने भी इस संबंध में एक पोस्ट किया है। पुलिस ने मुद्रा को युवाओं के लिये प्रेरणास्रोत करार दिया।


UPSC IAS Minakshi Arya - 
मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत तहसील के खलना गांव और हाल निवासी दमुवांढूगा हल्द्वानी की मीनाक्षी आर्या (UPSC IAS Minakshi Arya Haldwani) पुत्री दीवान राम ने 444 वीं रैंक के साथ UPSC परीक्षा पास की है। मीनाक्षी ने बताया कि उन्होंने इंटर की पढ़ाई जवाहरलाल नवोदय विद्यालय सुयालबाड़ी, नैनीताल से और बीटेक एनआईटी पौड़ी गढ़वाल से किया। मीनाक्षी के पिता भारतीय सेना से सेवानिवृत्त है माता गृहणी है वर्तमान में मीनाक्षी का परिवार दमुवांढूगा हल्द्वानी में रहता है. मीनाक्षी की इस उपलब्धि से परिवार में ख़ुशी का माहौल है.

UPSC IAS Sakshi Bisht  -
हल्द्वानी की रहने वाली साक्षी बिष्ट (UPSC IAS Sakshi Bisht Haldwani) ने भी यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर सिविल सेवा में जाने के सपने को साकार किया है. हल्द्वानी निवासी राजेंद्र सिंह बिष्ट और शोभा बिष्ट की पुत्री साक्षी बिष्ट ने यूपीएससी परीक्षा में 484वी रैंक हासिल की है. उनके पिता बीएसएफ से रिटायर्ड है तो वहीं उनकी मां हाउसवाइफ हैं. जानकारी के मुताबिक साक्षी बिष्ट ने नैनीताल रोड स्थित बियरशिवा सीनियर सेकेंडरी स्कूल से हाईस्कूल और इंटर 2013 करने के बाद जीबी पंत विश्वविद्यालय पंतनगर से बीटेक किया।

इलेक्ट्रिकल ब्रांच से बीटेक करने बाद उन्हें नौकरियों के ऑफर भी मिले लेकिन उन्हें सिविल सेवा में जाना था तो उन्होंने नौकरी छोड़कर UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. मूल रूप से अल्मोड़ा की रहने वाली साक्षी ने तैयारी के लिए घर से ही ऑनलाइन कोचिंग की सहायता ली. उन्होंने बताया कि इससे उनकी एकाग्रता बनी रहे और यही वजह है कि वह यूपीएससी में उत्तीर्ण होने में भी कामयाब हुई हैं। साक्षी ने तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी और पढ़ाई में मदद के लिए वह यूट्यूब सहित तमाम शिक्षा के माध्यमों से जुड़े रहीं ।

UPSC IAS KANCHAN DIMRI - 
रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक के स्वीली गांव की रहने वाली कंचन डिमरी ( KANCHAN DIMRI) ने भी UPSC परीक्षा उत्तीर्ण की है. उन्हें ऑल इंडिया 654वीं रैंक मिली है. कंचन की कामयाबी से पूरे जिले को खुशी झूमने का मौका दिया है. सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें व उनके परिवार को लोग बधाई दे रहे हैं. स्वीली गांव के युवाओं के लिए कंचन डिमरी ( KANCHAN DIMRI UPSC ) आदर्श बन गई हैं।

कंचन एक सामान्य परिवार से ताल्लुख रखती हैं. कंचन के पिता का नाम देवी प्रसाद डिमरी हैं जो दिल्ली मे नौकरी करते हैं. कंचन (KANCHAN DIMRI UPSC UTTARAKHAND) के पास भले ही संसाधनों की कमी रही हो लेकिन उन्होंने उन्हीं को अपना हथियार बना लिया। कंचन ने कामयाबी का श्रेय अपने परिवार को दिया है. उन्होंने कहा कि दृढ़ संकल्प के साथ तैयारी की जाए तो कामयाबी जरूर मिलती है. 

 

सिविल सेवा परीक्षा में राज्य के युवाओं की भागीदारी इस साल भी काफी अच्छी रही। परीक्षा में दून निवासी मुकुल जमलोकी (Mukul Jamloki UPSC) ने चौथी बार सफलता पाई, उन्होंने 161वीं रैंक हासिल की है। वर्तमान में वे सीएजी कार्यालय कोलकाता में डिप्टी अकाउंटेंट जनरल के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, मूलरूप से पिथौरागढ़ व वर्तमान में दून निवासी हिमांशु सामंत (Himanshu Samant UPSC) ने परीक्षा में 348वीं रैंक हासिल की है। मसूरी निवासी माधव भारद्वाज (UPSC Madhav Bhardwaj) ने सिविल सेवा परीक्षा में 536 वीं रैंक हासिल की है। इससे पहले उन्होंने यूपीपीसीएस परीक्षा में सफलता अर्जित की थी। वह वर्तमान में शामली में तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। न्यूज़ टुडे नेटवर्क (News Today Network) की ओर से (UPSC Exam 2022) की परीक्षा में सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं।