UPCL - उत्तराखंड में बिजली विभाग ला रहा गज़ब प्लान, पड़ोसी के वहां बत्ती हुई गुल तो आपके यहां जली रहेगी, जानिए कैसे
UPCL - गर्मियों में उत्तराखंड में सबसे बड़ी मुसीबत है, बिजली की कटौती, लिहाजा अब यह समस्या ख़त्म होने वाली है. UPCL यानि उत्तराखंड पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड का एक नया प्लान है, अब बिजली की भारी मांग के बीच कटौती से पूरे मोहल्ले को जूझने का समय खत्म होने वाला है। अब आपकी बिजली कटौती आपके हाथ में होगी। मानक से ज्यादा बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं से यूपीसीएल मुख्यालय से ही सीधे कटौती होगी। इसके लिए मई माह से बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने शुरू होंगे।
देहरादून- हल्द्वानी से होगी शुरुआत -
स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग योजना के तहत प्रदेश के 15 लाख 87 हजार 870 बिजली उपभोक्ताओं के घरों पर प्रीपेड मीटर लगाने जा रहा है। गढ़वाल मंडल में देहरादून और कुमाऊं मंडल में हल्द्वानी में मई महीने से इसकी शुरुआत होगी। इसका कंट्रोल रूम यूपीसीएल मुख्यालय में बनेगा। अब हर बिजली मीटर की अलग से मॉनिटरिंग हो सकेगी। आने वाले समय में सभी उपभोक्ताओं को एक साथ बिजली कटौती से नहीं जूझना होगा। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली विभाग को पता चल जाएगा कि कौन उपभोक्ता निर्धारित से ज्यादा बिजली का इस्तेमाल कर रहा है।
पहले यूपीसीएल चेतावनी संदेश भेजेगा -
मीटर लगने के बाद इसमें रिचार्ज किया जाएगा, जिसमें से मोबाइल की तर्ज पर बिजली खपत के हिसाब से कटौती होती रहेगी। खास बात ये भी है कि हर महीने का बिजली बिल का हिसाब होगा। ऐसे में उसी उपभोक्ता विशेष को पहले यूपीसीएल चेतावनी संदेश भेजेगा, इसके बाद बिजली कटौती शुरू कर देगा। बिलों की अवधि या शुल्क संबंधी सभी विवाद खत्म हो जाएंगे। उपभोक्ताओं को प्रतिभूति राशि भी नहीं देनी होगी। जो प्रतिभूति राशि पहले से जमा है, वह लौटा दी जाएगी। रिचार्ज खत्म होने के बाद एक अवधि तक बिजली आपूर्ति होगी और इसके बाद स्वत: कट जाएगी। बिजली कनेक्शन जोड़ने, काटने, मीटर रीडिंग लेने, बिल पहुंचाने, बिल भुगतान देरी पर जुर्माने की सभी परंपराएं भी इसके साथ ही खत्म हो जाएंगी।
ट्रांसफार्मर बताएंगे मोहल्लों में कहां हो रही चोरी -
स्मार्ट प्रीपेड मीटर से ये पता चल जाएगा कि किस मोहल्ले में आवंटित भार से अधिक बिजली की खपत हो रही है। बिजली चोरी का भी पता चल जाएगा, जिसके आधार पर तत्काल यूपीसीएल के अफसर कार्रवाई कर सकेंगे। निदेशक परियोजना, यूपीसीएल अजय कुमार अग्रवाल ने बताया की स्मार्ट प्रीपेड मीटर का काम मई से शुरू होगा। मीटर लगने के बाद बिजली बिल भुगतान संबंधी कई प्रक्रियाओं में बदलाव आ जाएगा। कंट्रोल रूम से पूरी आपूर्ति पर बारीकी से नजर रखी जा सकेगी और कार्रवाई हो सकेगी।
किस वृत्त में कितने प्रीपेड मीटर लगेंगे -
देहरादून शहर-2,10,327,
देहरादून ग्रामीण-2,78,545,
रुड़की-2,04,102,
हरिद्वार-1,98,745,
हल्द्वानी-1,82,317,
रुद्रपुर-2,39,894,
काशीपुर-1,45,641,
रानीखेत-28,113,
पिथौरागढ़-29,870,
कर्णप्रयाग-5,453,
श्रीनगर-31,054,
टिहरी-33,809 = 15 लाख 87 हजार 870