हल्द्वानी - नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पुष्पा नेगी और दीपा दरम्वाल में होगी टक्कर, चुनावी समीकरण हुए दिलचस्प

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हल्द्वानी - नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पुष्पा नेगी और दीपा दरम्वाल में होगी टक्कर, चुनावी समीकरण हुए दिलचस्प

हल्द्वानी - नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब अध्यक्ष पद के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी गोटियां बिछानी शुरू कर दी हैं। आगामी 14 अगस्त को जिले के चुने हुए 27 जिला पंचायत सदस्य अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग करेंगे, जिसके पाले में 14 सदस्य आएंगे वही जिला पंचायत सदस्य होगा. इस बार मुकाबला दो अनुभवी महिला उम्मीदवारों के बीच होने जा रहा है — कांग्रेस से पुष्पा नेगी और भाजपा से दीपा दरम्वाल।

कांग्रेस से पुष्पा नेगी - 
पुष्पा नेगी रामगढ़ ब्लॉक की सुपी सीट से निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य हैं। वह रामगढ़ की पूर्व ब्लॉक प्रमुख रही हैं और कांग्रेस में एक सक्रिय व लोकप्रिय महिला चेहरा हैं। पुष्पा पूर्व जिला पंचायत सदस्य लाखन सिंह नेगी की पत्नी हैं, जिनका भी पंचायत राजनीति में बड़ा अनुभव रहा है। आज हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व विधायक संजीव आर्य और हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, जिला अध्यक्ष राहुल छिम्वाल की मौजूदगी में कांग्रेस ने पुष्पा नेगी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष के लिए ज्योलिकोट खुर्पाताल से जिला पंचायत सदस्य देवकी बिष्ट को उम्मीदवार बनाया है। 


कांग्रेस की अधिकृत उम्मीदवार पुष्पा नेगी - 
 

 

भाजपा से दीपा दरम्वाल - 
भाजपा ने दीपा दरम्वाल को नैनीताल जिला पंचायत सीट से मैदान में उतारा है। दीपा देवलचौड़ बंदोबस्ती सीट से जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई हैं। लिहाजा उनके पति आनंद दरम्वाल ग्राम प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य और उपाध्यक्ष जैसे पदों पर रह चुके हैं, जिससे दीपा को राजनीतिक अनुभव और समर्थन दोनों का लाभ मिल सकता है।


अब तक का राजनीतिक समीकरण - 
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद कांग्रेस ने नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अधिकांश बार कब्जा जमाया है। अब तक कुंवर सिंह नेगी, कमलेश शर्मा, और सुमित्रा प्रसाद जैसे नेता कांग्रेस की ओर से इस पद पर आसीन रह चुके हैं। भाजपा की ओर से केवल बेला तोलिया ही अब तक यह पद हासिल कर सकी हैं।

क्या कहता है माहौल?
दोनों ही पार्टियों ने आधिकारिक रूप से अपने प्रत्याशियों की अंतिम घोषणा कर दी है, लेकिन अंदरूनी स्तर पर रणनीति, समीकरण, गठजोड़ और समर्थन जुटाने की प्रक्रिया ज़ोरों पर है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार अनुभव की जीत होती है या नए समीकरण बाजी मारते हैं। कांग्रेस का मजबूत दावा है कि वह इस बार नैनीताल की जिला पंचायत सीट को फतह कर देगी, वहीं भाजपा भी इस सीट पर मजबूत स्थिति में है। 
नैनीताल जिला पंचायत की यह कुर्सी लंबे समय से राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही है। कांग्रेस और भाजपा के बीच इस बार का मुकाबला महिला नेतृत्व के बीच है, और इससे यह चुनाव और भी रोचक बन गया है।

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