Udham Singh Nagar - 100 एकड़ में किसानों ने बोई थी उड़द की फसल तीन महीने बाद भी नहीं आयी फली, जानिए ऐसा क्या हुआ 

 | 

Udham Singh Nagar News - मटर के बीज की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद अब उड़द के बीज के भी खराब होने का मामला सामने आया है। गदरपुर के कई किसानों ने दो दुकानों से उड़द का बीज खरीदकर करीब सौ एकड़ में बोए लेकिन तीन महीने बीतने के बाद भी उसमें फल नहीं आया है। किसानों ने डीएम और जिला कृषि अधिकारी से शिकायत करते हुए 25 अक्तूबर तक कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी है। गदरपुर के मझराझुन्नी, सकैनिया, खुशालपुर सहित अन्य गांवों के ग्रामीणों ने बाजार से उड़द का बीज खरीदकर खेतों में बोया था। तीन महीने बाद खेतों में उगी फसल में फूल और फली नहीं आई। सोमवार को मझराझुन्नी पहुंचे तराई किसान संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क को किसानों ने उड़द की फसल में खराब बीज से हुए नुकसान की जानकारी दी।


कुलवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने बाजार से बीज लेकर 20 एकड़ में उड़द की फसल लगाई थी। 70 दिन बीतने के बाद भी फसल में फली नहीं आई है। क्षेत्र के कई किसानों की 100 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बोई फसल घटिया बीज की वजह से बर्बाद हो गई है। तजिंदर विर्क ने कहा कि किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। संगठन की ओर से डीएम और जिला कृषि अधिकारी को शिकायत की गई है। घटिया बीज बेचने वालों पर कार्रवाई के साथ ही किसानों को हुए नुकसान की भरपाई होनी चाहिए। कहा कि जो बीज किसानों को पीयू 31 प्रजाति बताकर दिया गया था, वह उस प्रजाति का था ही नहीं। उन्होंने कार्रवाई नहीं होने पर 25 अक्तूबर के बाद जिला मुख्यालय में प्रदर्शन की चेतावनी दी। डीएम उदयराज सिंह ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया था और जिला कृषि अधिकारी को इस मामले को देखने के निर्देश दिए गए थे।


मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना ने बताया की किसानों ने जिस दुकान से बीज लिए थे, उसको नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके अलावा किसानों से भी बीज खरीद की रसीदें मांगेंगे। किसानों के खेतों में पंतनगर विवि के वैज्ञानिकों का भ्रमण कराएंगे, ताकि सही स्थिति का पता लग सके। रामपुर के जिला कृषि अधिकारी ने रिपोर्ट में उड़द की फसल में बीमारी लगने की भी जानकारी दी है।

WhatsApp Group Join Now
News Hub