हल्द्वानी - टांडा जंगल में हुए हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, उधारी न लौटाने की वजह से कर डाली हत्या, तीन गिरफ्तार 

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Haldwani Crime - हल्द्वानी के टांडा जंगल में मिले एक अज्ञात शव की गुत्थी पुलिस ने महज पांच दिन में सुलझा ली है। रहस्यमयी हत्या का सनसनीखेज खुलासा करते हुए पुलिस ने सोमवार देर शाम तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। मृतक की पहचान रुद्रपुर निवासी भोगेन्द्र सिंह चौहान (उम्र लगभग 45 वर्ष) के रूप में हुई थी। सिर पर गंभीर चोटों के आधार पर हत्या की आशंका जताई गई थी।

11 जून को जंगल में मिला था शव - 
टांडा जंगल क्षेत्र में 11 जून को एक अज्ञात शव मिलने की सूचना से सनसनी फैल गई थी। जांच में शव की पहचान रुद्रपुर निवासी भोगेन्द्र सिंह चौहान के रूप में हुई। 13 जून को मृतक के पुत्र करन चौहान की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर विशेष जांच टीम गठित की गई।

सीसीटीवी और मुखबिर तंत्र से खुला राज - 
जांच टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। लगातार सुराग जुटाने के बाद 16 जून को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। जुतियालखत्ता टांडा जंगल क्षेत्र से तीनों हत्यारोपियों — बालम सिंह बिष्ट, हरीश सिंह नेगी और उमेश सिंह बोरा उर्फ अनिया — को गिरफ्तार कर लिया गया।

पैसों के विवाद से हुई हत्या - 
पूछताछ में मुख्य आरोपी बालम सिंह बिष्ट ने स्वीकार किया कि मृतक भोगेन्द्र से उसका पैसों को लेकर पुराना विवाद था। उसने उधारी न लौटाने की नीयत से दो साथियों को लालच देकर हत्या की योजना बनाई और साजिश को अंजाम दे दिया। हत्या में उपयोग किया गया लकड़ी का डंडा भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।


पुलिस टीम को मिली सफलता - 
इस कार्रवाई में एसपी सिटी हल्द्वानी के नेतृत्व में कोतवाली हल्द्वानी की विशेष टीम, प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और टीपीनगर चौकी प्रभारी मनोज कुमार की अहम भूमिका रही। पुलिस तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और अन्य संभावित पहलुओं की जांच भी जारी है।

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