Kumaon News - इस मेयर ने लिया था प्रण 56 महीनों तक बनाई सत्ता से दूरी, अब सीएम ने बैठाया कुर्सी पर 
 

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Uttarakhand News - नजूल भूमि पर काबिज लोगों को मालिकाना हक मिलने तक मेयर की कुर्सी से दूर रहने वाले रामपाल सिंह (Rudrapur Mayor Rampal Singh) रविवार को कुर्सी पर बैठे गए हैं। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उन्हें मेयर की कुर्सी पर बैठाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे रविवार सुबह रुद्रपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नगर निगम में बनी बिल्डिंग और सीबीजी प्लांट का शुभारंभ किया। निगम में उन्होंने राज्य के पहले सीबीजी प्लांट के बारे में जानकारी ली।  सीएम धामी ने इसके बाद रुद्रपुर के नगर निगम में मेयर को कुर्सी पर बैठाया। 56 महीनों के बाद कुर्सी पर बैठने पर मेयर रामपाल सिंह भावुक हो गए। नजूल का मामला हल होने तक रामपाल सिंह ने कुर्सी में नहीं बैठने का प्रण लिया था। अब नजूल भूमि का मामला हल हुआ तो वह कुर्सी पर बैठे। इसके बाद सीएम धामी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इस दौरान रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और विधायक शिव अरोरा मौजूद रहे।

 

2018 निकाय चुनाव में किया था वादा - 
निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मेयर रामपाल ने नजूल पर मालिकाना हक दिलाने सहित कई वादे जनता से किए थे। उन्होंने घोषणा की थी कि यदि जनता उन पर भरोसा करेगी तो वह वादे पूरे करेंगे, नजूल पर मालिकाना हक लोगों को मिलने से पहले कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने मेयर कक्ष में लगी कुर्सी पर घोषणापत्र रखा और उसके बगल में दूसरी कुर्सी लगाकर साढ़े चार साल तक कार्य करते रहे। इस दौरान सरकार नजूल नीति लाई लेकिन नीति में कई खामियों की वजह से एक भी भवन स्वामी नीति का फायदा नहीं ले सका और इसकी मियाद खत्म हो गई थी। इसलिए मेयर और स्थानीय लोग नजूल भूमि फ्रीहोल्ड कराने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे। इसके बाद धामी सरकार ने संशोधित कर नजूल नीति को लागू कर दिया था। वादा पूरा होने के बाद अब मेयर रामपाल सिंह लगभग साढ़े चार साल बाद कुर्सी में बैठ गए हैं। इसी साल नवंबर माह में निकाय चुनाव भी होने हैं। 
 

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