नैनीताल - जिले में इन जगहों पर बिछी बर्फ की सफ़ेद चादर, पहली बर्फ़बारी से किसान और पर्यटक हुए गदगद
SnowFall in Nainital - नैनीताल जिले के पहाड़पानी और धानाचूली में इस साल की पहली बर्फबारी ने स्थानीय लोगों और किसानों के बीच खुशी का माहौल बना दिया। सोमवार सुबह लगभग पांच बजे से शुरू हुई यह बर्फबारी करीब आधे घंटे तक जारी रही। यह मौसम का पहला अनुभव था, जो विशेष रूप से किसानों के लिए सकारात्मक संकेत लेकर आया।
हालांकि, सुबह नौ बजे के बाद धूप खिलने से बर्फ पिघल गई, लेकिन किसानों को अभी भी आगे और बर्फबारी और बारिश की उम्मीद है। स्थानीय निवासी गोपाल सिंह, धर्मेंद्र बिष्ट, और कृपाल सिंह ने बताया कि धानाचूली, चोरलेख, और मनाघेर जैसे क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई, जो खेतों में फसलों और फलों के लिए बेहद लाभकारी हो सकती है। यह बर्फबारी क्षेत्र में प्राकृतिक सौंदर्य बढ़ाने के साथ-साथ खेती-बाड़ी के लिहाज से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
उत्तराखंड के कई इलाकों में भी हुई बर्फ़बारी -
रविवार दोपहर बाद मौसम में आए अचानक बदलाव ने चारों धामों और हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी की शुरुआत की। निचले इलाकों में बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई और ठंड बढ़ गई। चकराता में भी सीजन की पहली बर्फबारी देखने को मिली।
इस साल बर्फबारी और बारिश का लोगों को बेसब्री से इंतजार था, क्योंकि आम तौर पर नवंबर में ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का सिलसिला शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार सूखी ठंड ने लोगों को परेशान किया था, जिसके कारण कई लोग सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के शिकार हो रहे थे। साथ ही, काश्तकारों को अपनी फसलों, खासकर सेब, के उत्पादन को लेकर चिंता थी।
रविवार को मौसम बदलने से स्थानीय लोग और पर्यटक खुशी से झूम उठे। गंगोत्री धाम के तीर्थपुरोहित सुधांशु सेमवाल ने बताया कि हल्की बर्फबारी के साथ हवा भी चल रही है, और रात को अच्छी बर्फबारी की संभावना है। यमुनोत्री धाम में कड़ाके की सर्दी के कारण गरुड़ गंगा का पानी जम गया है, और आसपास के झरने भी बर्फ में बदल गए हैं। केदारनाथ, मद्महेश्वर और तुंगनाथ सहित ऊंचे क्षेत्रों में भी बर्फबारी शुरू हो गई।
चमोली जनपद में बदरीनाथ और अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में ठंड बढ़ गई। चीन सीमा के माणा पास, घस्तोली और बाड़ाहोती जैसे क्षेत्रों में भी देर शाम बर्फबारी शुरू हो गई। हेमकुंड साहिब क्षेत्र में भी वही स्थिति रही। इस बदलाव ने सभी को राहत दी और मौसम के नए स्वरूप ने पहाड़ी क्षेत्रों का रंग-रूप बदल दिया।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बढ़ेगी ठंड -
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आज 9 दिसंबर को प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जिसके कारण तापमान में और गिरावट आ सकती है और ठिठुरन बढ़ सकती है। हालांकि, 10 दिसंबर के बाद मौसम फिर शुष्क हो जाएगा, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड और बढ़ेगी।