हल्द्वानी - खेल के मैदान में मेडल जीतने वाली माही कैसे बनी अपराध की खिलाड़ी, हाईस्कूल के बाद छोड़ दिया था स्कूल
Ankit Chauhan Murder Case Haldwani - कभी खेल के मैदान में अपने खेल का जलवा बिखेरने वाली माही उर्फ डौली की पहचान अब प्रेमी को कोबरा सांप से डसवाने वाले अपराधियों में हो गई है। लेकिन कभी इसे अच्छे एथलीट के रूप में जाना जाता था। वर्ष 2007 में राज्य स्तरीय रीले रेस में उसने मेडल जीता। 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ की अच्छी खिलाड़ी के बाद वह अपराध की खिलाड़ी बन गई।
हत्यारोपित माही के मन में अंकित को मारने की प्लानिंग 15 दिन से चल रही थी। बर्थडे में नहीं मार सके। इसलिए 14 जुलाई का दिन चुना। माही ने पुलिस को बताया है कि वह वर्ष 2007 तक एथलीट रही। स्कूल स्तरीय राज्य स्तरीय रीले रेस 700 मीटर में उसने राज्य के लिए मेडल जीता। इससे पहले भी कई मेडल जीत चुकी है। पुलिस को माही के घर के तलाशी लेने पर उसके खेल से जुड़े हुए जिला व राज्य स्तरीय प्रमाण पत्र मिले हैं। जिससे उसके एथलीट होने की पुष्टि हो गई है।
माही ने बताया कि वह हाईस्कूल तक ही पढ़ी है। 2008 के बाद उसने आगे की पढ़ाई छोड़ दी। इस बीच गलत लोगों की संगत में आ गई। जिससे उसके जीवन बर्बादी की ओर चला गया। उसके दादा की प्रेमपुर लोश्ज्ञानी में कभी 10 बीघा जमीन थी लेकिन बाद में उसे बेच दिया और दादा ने इसाई धर्म अपना लिया।
कोबरा से किसी को डसवाकर मरवाने वाली हल्द्वानी व राज्य की पहली और देश की तीसरी घटना है। मगर पहले हुई दो घटनाओं में कोबरे को कमरे में छोड़कर डसवाया गया था। हल्द्वानी के गोरापड़ाव में माही ने सपेरे की मदद से हत्या को अंजाम दिया। एक बोतल बीयर पिलाने के बाद अंकित चौहान को कंबल से दबोचा गया। इसके बाद सपेरे ने एक-एक कर दोनों पैरो में डसवाकर मार डाला। यह घटना ने पूरे देश को चौंका दिया है।