हल्द्वानी - मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला, पांच छात्र किये हॉस्टल से निष्कासित, लगा भारी भरकम जुर्माना
हल्द्वानी - राजकीय मेडिकल कॉलेज में आये दिन रैगिंग के मामले आते रहते हैं, अब एक बार फिर नया मामला सामने आया है। आरोपी पांच छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है। इन पर 25 से 30 हजार रुपये तक जुर्माना लगाया गया है। इनमें चार मेडिकल और एक नर्सिंग का छात्र है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक हुई। सुबह 11 बजे से शुरू हुई बैठक शाम छह बजे तक चली। कमेटी ने एक-एक कर सभी छात्रों के बयान दर्ज किए। इसके बाद सीसीटीवी की जांच की। अन्य छात्रों से भी पूछताछ की। कमेटी ने रैगिंग के मुख्य आरोपी 2019 बैच के मेडिकल छात्र (इंटर्न) पर 30 हजार का जुर्माना लगाया है। उसे छात्रावास से निष्कासित करने के साथ ही 15 दिन की इंटर्नशिप बढ़ा दी है। इसके अलावा रैगिंग में साथ रहे इंटर्न छात्र, 2020 बैच के छात्र व पीजी के छात्र पर 25-25 हजार का आर्थिक दंड लगाने के साथ ही हॉस्टल से बाहर कर दिया गया है। एक नर्सिंग के छात्र (डे स्कॉलर) पर 25 हजार का जुर्माना लगाया है। उसे भविष्य में हॉस्टल नहीं दिया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि सभी छात्रों को आठ मार्च तक अर्थदंड जमा करना है। इसके अलावा पांचों छात्रों के परिजनों से शपथपत्र लिया जाएगा। बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस और सीनियर फैकल्टी आदि मौजूद रहे।
ये है पूरा मामला -
बृहस्पतिवार देर शाम सीनियर छात्रों के लिए रामपुर रोड स्थित होटल में फेयरवेल पार्टी रखी थी। इस दौरान एक छात्र ने अपने सीनियर छात्र की महिला मित्र पर टिप्पणी कर दी। इस बात को लेकर होटल में हंगामा हो गया। रात करीब एक बजे उक्त सीनियर छात्र ने अपने साथियों के साथ जूनियर के हॉस्टल में पहुंचकर उसकी पिटाई कर दी। पीड़ित जूनियर छात्र ने शुक्रवार सुबह कॉलेज प्रबंधन से लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
हॉस्टल में पत्थर फेंकने वाले पांच छात्रों पर भी लगाया जुर्माना -
राजकीय मेडिकल कॉलेज के पुरुष नर्सिंग हॉस्टल में पत्थर फेंकने के मामले में पांच मेडिकल छात्रों पर कार्रवाई की गई है। एक छात्र पर 10 हजार और 4 छात्रों पर 5-5 पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है। मेडिकल कॉलेज में बीती 11 फरवरी की रात एक वाहन से कुछ लोग कॉलेज परिसर पहुंचे। वे पुरुष नर्सिंग हॉस्टल की तरफ गए और पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पत्थर फेंकने से हॉस्टल की खिड़कियों के शीशे टूट गए। घटना के बाद आरोपी वाहन लेकर मौके से फरार हो गए। अगले दिन हॉस्टल वार्डन ने कॉलेज प्रशासन को लिखित शिकायत दी। कॉलेज प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहन ट्रेस किया तो पत्थर फेंकने वाले युवक की पहचान पीजी जूनियर रेजीडेंट के रूप में हुई थी। शुक्रवार को इस घटना में संलिप्त सभी पांचों आरोपियों की पहचान कर ली गई। शनिवार को मामले में कॉलेज की अनुशासन समिति ने मुख्य आरोपी पर 10 हजार और अन्य चार मेडिकल छात्रों पर 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।