हल्द्वानी - शादी के नाम पर दूल्हे के साथ हो गया फ्रॉड, बारात से पहले पता चला दुल्हन का काला सच, केस दर्ज

हल्द्वानी - आये दिन शादी के मामलों में कुछ न कुछ देखने को मिलते ही रहता है, घर परिवार में बेटे की शादी लिए बैंड-बाजा व बैंक्वेट हाल बुक हो गया था। इधर, मेहमानों को कार्ड पहुंच गए, मगर बरात रवानगी से आठ दिन पहले पता चला कि होने वाली दुल्हन पहले से ही शादीशुदा है। यह सुन लड़के के पैरों तले जमीन खिसक गई। शादी तोड़कर वह थाने पहुंचा और पुलिस को आपबीती सुनाई।

पुलिस ने दुल्हन समेत उसके परिवार पर प्राथमिकी की है। प्रकृति विहार नीलियम कालोनी हल्द्वानी में रहने वाले देवाशीष जोशी ने पुलिस को बताया कि उसने शादी डॉट कॉम में मनीषा जोशी नाम से प्रोफाइल देखी, जिसने अपने आप को नेवर मैरिड दिखाया था। इसलिए उसकी शादी की बात आगे बढ़ी। लड़की के स्वजन से बात शुरू हुई तो उन्होंने बताया कि मनीषा अभी तक पढ़ाई में व्यस्त रही। लड़का ढूंढने का समय ही नहीं मिल पाया। लड़की के परिजनों ने एक-एक झूठ बोलकर शादी तक बात पहुंचा दी। 19 जनवरी को लड़की के पिता मोहन चंद्र जोशी ने शादी की एकतरफा तिथि तीन मई घोषित कर दी। इसके बाद उनके स्वजन शादी की तैयारियों में लग गए। बैंक्वेट हाल बुक कराकर गहने व कपड़ों की खरीदारी कर ली। बैंड-बाजा, होटल रूम, कैटरिंग की भी बुकिंग हो गई। इस काम में आठ लाख रुपये खर्च हो गए।

कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि तहरीर के आधार पर होने वाली दुल्हन मनीषा जोशी, उसके पिता मोहन चंद्र जोशी, मां मुन्नी देवी, चाचा दीपक जोशी, बड़ी बहन दीक्षा के विरुद्ध धोखाधड़ी की धारा में प्राथमिकी कर विवेचना शुरू कर दी है।
देवाशीष का कहना है कि उसे 25 अप्रैल को पता चला कि मनीषा पहले से शादीशुदा है। उसका 18 मार्च को तलाक भी हो चुका है। इस तरह की जानकारी मिलते ही उसे मानसिक आघात पहुंचा, फिर शादी तोड़नी पड़ी। आरोप है कि शादी के लिए मना करते ही मनीषा ने आत्महत्या कर उसके परिवार के लोगों को फंसाने की धमकी दे डाली और मुकदमा दर्ज न कराने के बदले में उसने 30 लाख रुपये भी मांगे। देवाशीष का कहना है कि मनीषा किसी की पत्नी होते हुए फिर से शादी करना चाहती थी या लूट का इरादा रखती थी, इसकी जांच होनी चाहिए।