हल्द्वानी - बिल्ली के काटने से सात वर्षीय बच्चे की मौत, जानिए मौत से पहले क्या थे लक्षण, और क्या कहते हैं डॉक्टर

हल्द्वानी - रामपुर रोड गन्ना सेंटर के निवासी सात वर्षीय कृष्णा टांक की मौत बिल्ली के काटने से हुई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, कृष्णा को बुखार और हाइड्रोफोबिया (रेबीज) की शिकायत के साथ एसटीएच (Sushila Tiwari Hospital) लाया गया था। उनकी स्थिति गंभीर होने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

कृष्णा के परिजनों ने अस्पताल में जानकारी दी कि उन्हें एक बिल्ली ने काट लिया था, जिसके बाद वह बुखार और पानी से डरने जैसे लक्षणों से पीड़ित हो गए थे। बाल रोग विभाग की विभागाध्यक्ष, डॉ. रितु रखोलिया ने बताया कि कृष्णा को भर्ती किया गया था, लेकिन इलाज के दौरान स्वजन ने एलएएमए (LAMA: Leave Against Medical Advice) लिया और बेहतर उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश ले जाने की योजना बनाई। हालांकि, कृष्णा की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अपनी जान बचाने का मौका नहीं मिला।

यह घटना रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने का एक और उदाहरण है। डॉक्टरों का कहना है कि इस प्रकार के संक्रमण की गंभीरता को समझना और समय पर इलाज कराना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि रेबीज की स्थिति में उपचार में देरी होने पर जान का खतरा बढ़ जाता है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे कुत्तों और बिल्लियों से दूरी बनाए रखें और किसी भी जानवर के काटने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।