Uttarakhand News - यहां DM ने कई दफ्तरों में मारा औचक छापा, इन विभागों में इतने कर्मचारी मिले नदारत, डीएम भी हैरान 
 

 | 

हरिद्वार - जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह के सक्रिय और सख्त रवैये ने प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्क कर दिया है। उनके लगातार औचक निरीक्षण यह दर्शाते हैं कि वे हरिद्वार जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को सुधारने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 11 दिसंबर के निरीक्षण में जिलाधिकारी ने कई विभागों का औचक निरीक्षण किया और अनुपस्थित कर्मचारियों तथा कार्यालयों में पाई गई अव्यवस्थाओं पर सख्त कार्रवाई की। सिंचाई विभाग और जल संस्थान में कर्मचारियों की गैर-हाजिरी और कार्यालयों में फैली गंदगी जैसे मामलों पर जिलाधिकारी की नाराजगी स्पष्ट रूप से झलकी। ऋषिकुल विद्यापीठ में भी अनुपस्थित अध्यापकों और अस्वच्छता को लेकर उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।


बुधवार को हरिद्वार जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने सबसे पहले सुबह करीब 10.10 बजे सिंचाई विभाग कार्यालय में छापा मारा. इस दौरान सिंचाई अभियंता समेत करीब 13 कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए. सिंचाई विभाग के बाद जिलाधिकारी करीब 10.20 बजे जल संस्थान कार्यालय में पहुंचे. यहां भी तीन सहायक अभियंता और 06 अपर सहायक अभियंता सहित 10 कर्मचारी गायब थे. इसके अलावा आउटसोर्स से तैनात चार कर्मचारी भी अनुपस्थित पाए गए. इतनी भारी संख्या में अधिकारियों कर्मचारियों के नदारत मिलने से डीएम भी हैरान रह गए।  


जिलाधिकारी का यह कदम सरकारी कार्यालयों में समय की पाबंदी और साफ-सफाई जैसी प्राथमिकताओं को लागू करने का संदेश देता है। उन्होंने स्पष्ट रूप से आदेश दिया है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी बिना पूर्व स्वीकृति के कार्यालय से अनुपस्थित नहीं रह सकते। जनता की सेवा में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने के लिए इस प्रकार की सख्ती न केवल जरूरी है, बल्कि यह अन्य जिलों के लिए भी एक उदाहरण पेश करती है। कर्मेंद्र सिंह का यह अभियान प्रशासनिक कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी और जिम्मेदार बनाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। इससे कर्मचारियों और अधिकारियों में अनुशासन और कार्य के प्रति समर्पण का भाव बढ़ेगा।

WhatsApp Group Join Now