रामनगर - बरसाती नाले में बही आठ लोगों से भरी टाटा सूमो, हादसे में लोकगायक प्रकाश फुलारा की हुई मौत

नैनीताल - पहाड़ों में हो रही भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं, रामनगर में मूसलाधार बारिश में ढिकुली का बरसाती नाला उफान पर आ गया, जिससे यहां नाले में मंगलवार रात एक टाटा सूमो बह गई। टाटा सूमो में सवार आठ लोग भी बह गए। कॉर्बेट के जंगल से आए पानी से ढिकुली स्थित बरसाती नाला उफान पर आ गया। नाले में दिल्ली की ओर से आ रही टाटा सूमो बह गई। रात करीब दो से ढाई बजे के आसपास योगेश छिमवाल के परिवार ने आसपास के लोगों के साथ टाटा सूमो में सवार लाेगों को किसी तरह बाहर निकाला।

इस दौरान दो लोग कार के साथ आगे बह गए। बाद में मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों ने कार से दोनों को निकाला। सभी को रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां लोकगायक प्रकाश चंद्र फुलारा की हालत गंभीर देख उसे हायर सेंटर रैफर कर दिया। युवक की कालाढूंगी से आगे निकलकर रास्ते में मौत हो गई। टाटा सूमो चालक गौरीदत्त, नितिन फुलारा, शंकर दत्त, ध्रुव शर्मा, ललित फुलारा, हिमांशु फुलारा, भगवती देवी सवार थे। सभी के सभी लोग दिल्ली के निवासी है। सभी दिल्ली से द्वाराहाट के गांव गनौली जा रहे थे।

कौन थे लोकगायक प्रकाश फुलारा -
मधुर और दिलकश आवाज के धनी प्रकाश फुलारा (Prakash Fulara, Uttarakhandi Folk Singer) एक पहाड़ी गायक और गीतकार थे। उन्हें कुमाऊंनी, गढ़वाली, जौनसारी, हिमाचली, बिहारी, भोजपुरी और हरियाणवी रागनी के गायन में महारत हासिल थी। प्रकाश फुलारा ग्राम बिठोली, द्राराहाट, जिला अल्मोड़ा के मूल निवासी हैं। पिता कृष्णानंद फुलारा के घर जन्मे प्रकाश फुलारा गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे।
उन्होने बचपन से ही सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दिया, रामलीला मंच में अपने नित्य ओर एक्टिंग के द्वारा लोगो का मन मोह लिया। सुराईखेत इंटर कालेज से पढ़ाई की ओर स्कूल राज्य प्रोग्राम में भी अपना योगदान दिया। उसके बाद राजनीति में पदार्पण भी आए और दो बार सरपंच रहे। बड़े ही सुंदर तरीके से काम किया जिसके कारण उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष संगठन में भी रहे । पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और हरीश रावत के द्वारा भी उन्हें पुरस्कार से नवाजा गया। लेकिन इस हादसे ने मधुर आवाज के धनी प्रकाश फुलारा को छीन लिया, यह खबर सुनते ही उनके गांव सहित पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी है ।