नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारे के डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या, हत्यारों को पकड़ने के लिए STF तैनात 
 

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Udham Singh Nagar Crime - उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से सुबह - सुबह एक सनसनी खेज खबर सामने आ रही है, कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह (60) (Killers of Nanakmatta Gurdwara Kar Seva Pramukh Baba Tarsem Singh) को मोटरसाइकिल से आए अज्ञात हमलावर ने आज सुबह गोली मार दी। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही अस्पताल में तरसेम सिंह को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस घटना से क्षेत्र में तनाव फैल गया पुलिस मौके पर पहुंच गई। गोली मारने वालों की तलाश की जा रही है। लेकिन उनका अभी कोई सुराग नहीं लग सकता है। सूत्र बताते हैं कि कई विवाद पुलिस को पता लगे हैं जिनकी जांच की जा रही है। बताते हैं कि बाबा तरसेम सिंह ने 20 दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी जान माल का खतरा भी बताया था।


जानकारी के अनुसार बाबा तरसेम सिंह आज सुबह करीब 6:30 बजे रोज की तरह ही गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद लंगर हॉल के बाहर बैठे थे। इसी बीच बाइक पर दो पगड़ी धारी आए और बाबा को गोली मारकर भाग निकले। बाबा तरसेम सिंह के दो गोली पेट और गर्दन पर लगी। गंभीर रूप से घायल तरसेम सिंह को इलाज के लिए खटीमा के निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई है। उनकी मौत की डॉक्टर ने पुष्टि की। घटनास्थल और अस्पताल दोनों जगह डेरा समर्थकों की भीड़ जुटने लगी है। एसएसपी मंजूनाथ टीसी भी मौके पर पहुंच गए हैं। घटना के विरोध में बाजार व स्कूल बंद हैं। एसएसपी ने कहा हमलावरों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस द्वारा टीमों का गठन कर दिया गया है और जल्द हमलावर गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।

उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एपी अंशुमान ने बताया कि नानकमत्ता गुरुद्वारा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसटीएफ के साथ-साथ कई पुलिस टीमों को तैनात किया गया है। पुलिस मुख्यालय भी एक एसआइटी का गठन करेगा।

बाबा बच्चन सिंह भी पहुंच रहे नानकमत्ता
गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा बच्चन सिंह भी नानकमत्ता पहुंच रहे हैं। अभी शव अस्पताल में ही है। उनके पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम होगा। डेरा कार सेवा नानकमत्ता के प्रमुख तरसेम सिंह समाजसेवा व जनहित के कार्यों के लिए तत्पर रहते थे। डेरे की ओर से स्कूल, गुरुद्वारे में सेवा के अलावा तथा किसी तरह की आपदा के दौरान लंगर व अन्य राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य किया जाता है। बाबा तरसेम सिंह परिवार से अलग रह भक्ति व सेवा कार्य में जुटे रहते थे। गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में कार सेवा की देखरेख का जिम्मा बाबा तरसेम सिंह पर ही था।

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