देहरादून - मंत्री प्रेमचंद विवाद के बाद सख्त हुए मुख्यमंत्री धामी, पार्टी के विधायकों, मंत्रियों और सांसदों को दी यह चेतावनी

देहरादून - उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में विधानसभा में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान के बाद उत्पन्न विवाद पर गंभीरता से प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने पार्टी के नेताओं, मंत्रियों और विधायकों को सलाह दी है कि वे इस तरह की विवादास्पद और फिजूल बयानबाजी से बचें। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड शहीदों के संघर्षों से बना है और यह आवश्यक है कि सभी लोग एकजुट होकर राज्य के विकास के लिए काम करें। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे बयान देने वालों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो राज्य की एकता को खंडित करने का प्रयास करते हैं।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में पंचायतीराज विभाग के अंतर्गत 126 नवनियुक्त ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने बताया कि पिछले साढ़े तीन सालों में राज्य में 20 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी सेवाओं में नौकरी प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन उनके जीवन में एक नया अध्याय लेकर आया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये अधिकारी ग्राम पंचायतों के माध्यम से गाँवों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तराखंड के निर्माण का सपना उन आंदोलनकारियों ने देखा था, जिन्होंने राज्य के अंतिम छोर तक विकास पहुंचाने का संकल्प लिया था। उन्होंने सभी उत्तराखंडवासियों से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार के बहकावे में न आएं और एकजुट होकर राज्य की प्रगति के लिए काम करें। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि चाहे कोई मंत्री हो, विधायक हो, सांसद हो या आम नागरिक, उत्तराखंड की एकता के साथ खिलवाड़ करने वालों को सरकार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। आगे से ऐसे भड़काऊ बयानों को गंभीरता से लिया जाएगा और उत्तराखंड की अस्मिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।