देहरादून - कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तराखंड के उत्पादों की जमकर तारीफ की, क्यों बोले टोपी की शान कम नहीं होने दूंगा

देहरादून - केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को उत्तराखंड की संभावनाओं पर भरोसा जताते हुए कहा कि यहां के उत्पाद पूरी दुनिया में धूम मचा सकते हैं। उन्होंने ऐलान किया कि राज्य में एक "सेंटर ऑफ एक्सीलेंस" बनेगा, जो हिमालयी राज्यों के कृषि, हस्तशिल्प और लोककलाओं पर रिसर्च कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पेश करेगा।

आईडीपीएल परिसर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 'लखपति दीदी' और किसानों के संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के उत्पाद—चाहे वो परंपरागत शिल्प हों या जैविक कृषि—अपने आप में अनमोल हैं। जरूरत है तो बस वैज्ञानिक रिसर्च, सही ब्रांडिंग, मार्केटिंग और ग्लोबल प्रमाणीकरण की।

"टोपी की शान कम नहीं होने दूंगा" -
समारोह में टोपी पहनाकर हुए सम्मान पर भावुक हुए शिवराज ने कहा, "मैं वादा करता हूं कि इस टोपी की शान कभी कम नहीं होने दूंगा।" उन्होंने देवभूमि की जनता को सरल, सच्चा और स्वाभिमानी बताते हुए कहा कि उत्तराखंड देश के सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों में है।
हाउस ऑफ हिमालयाज: ग्लोबल ब्रांड की दिशा में कदम -
केंद्रीय मंत्री ने 'हाउस ऑफ हिमालयाज' पहल की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह ब्रांड उत्तराखंड की पारंपरिक शिल्प और ग्रामीण उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में अहम कड़ी बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में लॉन्च किया था।
"पहाड़ों को आबाद रखना है" -
केंद्रीय मंत्री ने पहाड़ छोड़ने की प्रवृत्ति पर चिंता जताई और सरकार की योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा, "हम हाथ जोड़कर आह्वान करते हैं कि पहाड़ों को आबाद रखें। सरकार हर जरूरी सुविधा यहां पहुंचाएगी।" उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब 1.74 लाख जरूरतमंदों का सर्वे हुआ है, और 400 से अधिक गांवों को सड़कों से जोड़ने की दिशा में काम शुरू हो गया है।