हल्द्वानी - फिटनेस सेंटर पर कमिश्नर दीपक रावत का छापा दलाल फरार, मारपीट के बाद मामले ने पकड़ा तूल, RTO को नोटिस 
 

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हल्द्वानी - शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर बेलबाबा के पास हरिपुर फुटकुआं में एक परिवहन विभाग की और से मान्यता प्राप्त प्रणाम ऑटो फिटनेस प्राइवेट लिमिटेड सेंटर संचालित होता है. बेल बाबा स्थित परिवहन विभाग द्वारा अधिकृत इस वाहन फिटनेस सेंटर में कर्मचारियों ने अपनी गाड़ियों की फिटनेस के लिए आए वाहन चालकों के साथ मारपीट की थी,  वाहन चालकों को कमरे में बंद भी कर दिया था. 


वहीं, आज जब मामले ने तूल पकड़ा तो बात मुख्यमंत्री तक पहुंच चुकी है, कमिश्नर दीपक रावत ने आज दोपहर औचक निरीक्षण किया जिससे वहां के संचालक और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. कमिश्नर दीपक रावत के सामने कोई भी ठीक तरह से जवाब नहीं दे सका, वहीं वाहन चालकों ने कमिश्नर दीपक रावत को बताया यहां पर कुछ लोग दलाली का कामकाज करने के लिए घूमते हैं और पैसे लेकर वाहन की फिटनेस करते हैं। रसीद 3000 की और पैसे 12 से 13 हजार रुपए लेते हैं.



फिलहाल सभी दलाल कमिश्नर की छापेमारी के बाद से गायब हो गए हैं, कमिश्नर दीपक रावत ने फिटनेस सेंटर की पिछले एक महीने की सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं, उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी सरकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो लोग इसके पीछे दोषी है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा, दीपक रावत ने RTO को सख्त निर्देश दिए हैं की वह हर सप्ताह इन सेंटरों में निरीक्षण करें. 

 

लिहाजा बीते बुधवार को एक ऐसी घटना हुई जिससे टैक्सी और ट्रक कारोबारी उबाल पर हैं, बिष्ट ट्रांसपोर्ट के मालिक विक्रम सिंह बिष्ट और शिवराज सिंह बिष्ट अपने ट्रक की फिटनेस कराने के लिए दो दिन से बेल बाबा आश्रम के पास प्रणाम फिटनेस सेंटर पर जा रहे थे. आरोप है कि जब वह अपनी गाड़ी ठीक कराकर लाए तो सेंटर के संचालकों ने उसमें कमी बताकर फिटनेस सर्टिफिकेट देने से इंकार कर दिया। जब दोबारा फिर गाड़ी को ठीक कराकर इसी सेंटर पर FC लेने गए तो, सेण्टर में चेकिंग करने के बाद संचालकों ने उसकी स्पीड ज्यादा बताकर फिर उनकी गाड़ी को अनफिट बता दिया. 


इस पर विक्रम और उनके भाई ने आपत्ति जताई तो आरोप है कि सेंटर के कर्मचारियों और सुरक्षा ड्यूटी में तैनात बाउंसरों ने उनके साथ मारपीट की। दोनों को सेंटर की वर्कशाप में ले जाकर बंधक बना लिया.  गुरुवार को भी इस पर ट्रक यूनियन के सदस्यों ने सेंटर को बंद कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा, नारेबाजी और प्रदर्शन किया। उनके आक्रामक रुख को देखते हुए सेंटर के संचालकों ने मुख्य द्वार बंद कर लिए.


यूनियन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग के अधिकारियोें की अनदेखी के चलते यह फिटनेस सेंटर भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। आरोप लगाया कि सेंटर के संचालकों की ओर से अपने एजेंट छोड़े गए हैं और उनके माध्यम से 15 हजार रुपये लेकर किसी भी गाड़ुी को फिटनेस प्रमाण-पत्र दे दिया जाता है। जो पैसा नहीं देता उसकी गाड़ी में जबर्दस्ती खामियां बताकर उसकी फिटनेस को प्रमाणित नहीं किया जाता है. 

 

उसके बाद से मामला काफी तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में आज कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने वाहन फिटनेस सेंटर में औचक निरीक्षण किया,इस दौरान आरटीओ संदीप सैनी आरटीओ प्रवर्तन नंद किशोर मौजूद थे.

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