Ranibagh Nainital Ropeway पर आया बड़ा अपडेट, जानिए कब से शुरू होगा सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट
Ranibagh Nainital Ropeway - पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रानीबाग-नैनीताल रोपवे परियोजना की फाइल आगे बढ़ रही है। सरकार की प्राथमिकता को देखते हुए जिलाधिकारी ने इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के तहत संबंधित कार्यदायी संस्थाओं के साथ बैठक की है। जिसमें प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के लिए समयबद्ध रूप से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
2027 से आवाजाही शुरू होने का दावा
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि रानीबाग-नैनीताल रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर कार्यदायी संस्था सहित स्टोक होल्डर्स के साथ एक बैठक हो चुकी है। अधिकारियों को समयबद्ध रूप से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद तेजी से इसमें कार्रवाई होगी। बजट की कमी नहीं है। मुख्य सचिव एसएस संधू नैनीताल दौरे के दौरान तीन साल के भीतर इस प्रोजेक्ट का क्रियान्यवन पूरा होने का दावा कर चुके हैं। जिलाधिकारी वंदना ने कार्यदायी संस्थाओं के साथ बैठक के बाद 2027 से आवाजाही शुरू होने का दावा किया है।
करीब एक हजार करोड़ रुपये के आसपास लागत -
प्रोजेक्ट की लागत करीब एक हजार करोड़ रुपये के आसपास है। प्रोजेक्ट की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की थी। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसे ड्रीम प्रोजेक्ट बताकर आगे बढ़ा रहे हैं। नैनीताल में पर्यटन सीजन में जाम की समस्या का समाधान इस प्रोजेक्ट को माना जा रहा है। अब नए सिरे से प्री फीजिबिलिटी सर्वे किया गया है।
इस सर्वे के अनुसार प्रस्तावित रोपवे की लंबाई 11.45 किमी होगी और रानीबाग, ज्योलीकोट व हनुमानगढ़ी में तीन स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। डीपीआर तैयार करने का टेंडर भी कर दिया गया है। डीएम वंदना सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक में तीन स्टेशन बनाने के लिए भूमि हस्तांतरण, टावर, बिजली पोल हटाने के संबंध में समन्वय बनाते हुए समयबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। स्टेशन में भविष्य की जरूरतों को देखते हुए पार्किंग की व्यवस्था भी होगी। एसडीएम भूमि का निरीक्षण करेंगे और व्यापार मंडल, होटल एसोसिएशन पदाधिकारियों के साथ भी चर्चा करेंगे। नैनीताल-रानीबाग रोपवे प्रोजेक्ट बनने से 2023-2033 में चार प्रतिशत यात्री इस मार्ग पर बढ़ेंगे।
2027 से आवाजाही आरंभ होगी-
पर्यटक बगैर किसी जाम के रानीबाग से नैनीताल का सफर 60 मिनट में पूरा कर लेंगे। 2027 में रोपवे से सालभर में 33 लाख, 2030 में 39 लाख, 2045 में 60 लाख से अधिक यात्रियों के परिवहन का अनुमान है।
कार्यदायी संस्था की ओर से 2019 में करीब साढ़े नौ लाख पर्यटकों के इस मार्ग के आने के आधार पर यह आकलन किया गया है।