Baba Bageshwar Dham - यह देश बाबर का नहीं रघुवर का है, जानिए उत्तराखंड से और क्या बोल गए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 
 

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Bageshwar Dham Pandit Dhirendra Krishna Shastri in Dehradun - बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को देहरादून पहुंचे। परेड ग्राउंड के खेल मैदान में उनका दिव्य दरबार लगा। उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग दोहराई। राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित दरबार में पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों के पर्चे खोले। सबसे पहले देहरादून के एक व्यक्ति का पर्चा खुला। उसमें पारिवारिक समस्या बताई गई। इसके बाद एक महिला की अर्जी लगी।

महिला ने कारोबार को लेकर समस्या थी। धीरेंद्र शास्त्री ने खुद महिला की समस्या बताई और फिर उसका समाधान भी बताया। इसके बाद बंजारावाला की एक महिला की अर्जी स्वीकार हुई। इस बीच धीरेंद्र शास्त्री ने दरबार में सबसे पीछे खड़े एक व्यक्ति को बुलाया।

उन्होंने कहा कि सबसे आखिरी में पेड़ के पास विजय नाम के व्यक्ति खड़े हैं उनकी अर्जी स्वीकार हुई है, वो आ जाएं। यह सुनते ही पूरा दरबार तालियों से गूंज गया। इसके बाद उन्होंने हेलमेट पहने खड़े एक व्यक्ति को बुलाया। उन्होंने कहा, जो तुम अपने दोस्तों से हमारे बारे में बात कर रहे थे, वो हमें हमारी वाई-फाई से सुनाई दे गई। दून में शनिवार को पहली बार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार लगा। रात 8:20 बजे धीरेंद्र शास्त्री मंच पर पहुंचे। उन्होंने मंच को प्रणाम करते हुए हनुमानजी के चरणों में शीश नवाया। उन्होंने कहा कि पर्चा तो बहाना है, असल में तुम सब को सनातनी बनाना है।


पंड़ित धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार से कहीं ये बातें -
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग दोहराई - 
पर्चा तो बहाना है, असल में तुम सब को सनातनी बनाना - 
जब शरीर दूसरा खून स्वीकार नहीं कर सकता, तो हम दूसरे मजहब को क्यों स्वीकार करें - 
अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफन बांधकर निकलेगा - 
यह देश बाबर का नहीं, रघुवर का है - 

 
अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफन बांधकर निकलेगा -
कहा कि, सनातन के संतों को छोड़कर किसी की क्षमता नहीं है कि बागेश्वर धाम का सामना कर सके। दुनिया की कोई भी शक्ति हनुमानजी के सामने टिक नहीं सकती। उन्होंने आगे कहा कि देवभूमि में कण-कण में भगवान का वास है। सौभाग्य है कि आप लोगों को देवभूमि में जन्म मिला। अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफन बांधकर निकलेगा।

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब शरीर दूसरा खून स्वीकार नहीं कर सकता, तो हम दूसरे मजहब को क्यों स्वीकार करें। यह देश बाबर का नहीं, रघुवर का है। कहा कि उत्तराखंड में सीडीएस बिपिन रावत की धरती पर पशुपति नाथ मंदिर बन रहा है। उन्होंने कहा कि अबकी बार कम समय मिला है। देहरादून में जल्द ही पांच दिन की कथा करेंगे।

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