हल्द्वानी - फायर सीजन से पहले वन बीट कर्मियों का आंदोलन जारी, इन पांच सूत्रीय मांगों को लेकर CM को भेजा ज्ञापन

हल्द्वानी - उत्तराखंड में वन विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। यह हड़ताल 13 फरवरी से शुरू हुई है और इसके कारण वनों की सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ रहा है। वन बीट कर्मियों और वन आरक्षियों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।

वन कर्मियों की मुख्य मांगें -
1. उत्तराखंड अधीनस्थ वन सेवा नियमावली 2016 को पुनः लागू करना - वन कर्मचारियों का कहना है कि 2016 से पहले वन दरोगा को पदोन्नति दी जाती थी, लेकिन प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने इसमें परिवर्तन किया है, जिसके कारण उनके प्रमोशन रुक गए हैं। 12 साल से अधिक समय होने के बावजूद भी उन्हें पदोन्नति नहीं मिली है।

2. 10 वर्षों तक संतोषजनक सेवा देने वाले अधिकारियों की पदोन्नति - वन कर्मचारियों का कहना है कि जो अधिकारी 10 साल तक संतोषजनक सेवा देते हैं, उन्हें पदोन्नति मिलनी चाहिए।
3. वन आरक्षियों की वर्दी नियमों में संशोधन (एक स्टार) - वन आरक्षी अपनी वर्दी के नियमों में संशोधन चाहते हैं, जिसमें एक स्टार जोड़ने की मांग शामिल है।
4. एक माह का अतिरिक्त वेतन एवं आहार भत्ता - वन कर्मचारी एक महीने का अतिरिक्त वेतन और आहार भत्ता भी मांग रहे हैं।
5. समस्त वन आरक्षियों को वाहन भत्ता बढ़ोतरी - वन आरक्षी वाहन भत्ते में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं।
हड़ताल का प्रभाव -
वन कर्मियों की हड़ताल के कारण जंगलों की सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ रहा है। वन विभाग के कर्मचारियों के बिना जंगलों की निगरानी और सुरक्षा करना मुश्किल हो गया है। इससे जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ गया है, खासकर अब जबकि फायर सीजन शुरू होने वाला है।
कर्मचारियों का रुख -
वन कर्मचारियों ने कहा है कि उन्होंने पहले सांकेतिक हड़ताल कर विभाग को चेतावनी दी थी, लेकिन अब उनकी मांगें पूरी नहीं होने तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मांगों को लेकर किसी भी तरह के समझौते के लिए तैयार नहीं हैं।
वन कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर अपनी मांगों पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। इस स्थिति में, वन विभाग और सरकार के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे वन कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार करें और जल्द से जल्द इस मामले का समाधान निकालें, ताकि जंगलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और फायर सीजन के दौरान होने वाले नुकसान को रोका जा सके।
हल्द्वानी वन प्रभाग के अध्यक्ष भुवन चंद्र पनेरू ने सभी वन बीट अधिकारियों और वन आरक्षियों से अपील की है कि वह अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में भाग लें और संघ को अपना पूरा समर्थन दें। उन्होंने कहा कि संघ को सभी साथियों की सख्त जरूरत है और जब तक सभी साथी आंदोलन में शामिल नहीं होंगे, तब तक मांगों को मनवाना असंभव होगा। सभी साथियों से अनुरोध किया गया है कि वह अरण्य भवन, हल्द्वानी पहुंचकर इस धरना प्रदर्शन को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग दें।