हल्द्वानी - पहाड़ी छोलिया नृत्य में थिरके कुमाऊं भ्रमण में आये 153 यात्री, इस यात्रा को करवाने के लिए मानसखंड एक्सप्रेस है खास
हल्द्वानी - मानसखण्ड एक्सप्रेस देश भर के यात्री इस ट्रेन के जरिये कुमाऊं के विभिन्न पर्यटक स्थलों के भ्रमण को पहुँच रहे हैं. अब बंगलौर से 153 यात्रियों के साथ संचालित मानसखण्ड एक्सप्रेस आज चौथे राऊंड में 24 अगस्त को लालकुआँ रेलवे स्टेशन पहुँची। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद तथा IRCTC द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के विभिन्न प्रमुख एवं अल्पज्ञात स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड एक्सप्रेस नामक एक विशेष पर्यटक ट्रेन शुरू की गयी है, जिसकी अब तक 03 यात्राओं का सफलतापूवर्क संचालन किया जा चुका है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए बंगलौर से 153 यात्रियों के साथ संचालित मानसखण्ड एक्सप्रेस नामक 3AC ट्रेन आज नैनीताल के लालकुआँ रेलवे स्टेशन पहुँची। ट्रेन से उतरने के बाद यात्री काफी खुश नजर आये और पहाड़ी छोलिया नृत्य में डांस करने लगे.
सचिन कुर्वे, सचिव पर्यटन / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने बताया कि पहले तीन चरणों में संचालित मानसखण्ड एक्सप्रेस की अपार सफलता को देखते हुए चौथे चरण में बंगलौर से 153 यात्रियों/पर्यटकों को लेकर मानसखंड एक्सप्रेस नैनीताल के लालकुआँ रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुई। सभी पर्यटक कुमाँऊ क्षेत्र के विभिन्न पर्यटक स्थलों में 10 रातें/11 दिनों की इस यात्रा में कई जगहों के दर्शन करेंगे, कसार देवी, कटारमल, कैंचीधाम, चित्तई गोलू मन्दिर, जागेश्वर धाम, रानीखेत, भीमताल, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर के बाघनाथ, बागेश्वर, कौसानी आदि का भ्रमण करेंगे। साथ ही ट्रेन में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जायेगें।
25 अगस्त को 153 यात्रियों ने नैनीताल नगर में स्थित मॉ नयना देवी मन्दिर में पूजा अर्चना कर नैनीताल नगर के विभिन्न पर्यटक स्थलों का भ्रमण किया, जिससे सभी यात्रीयों मे उत्साह देखा गया। गढ़वाल क्षेत्र के विभिन्न पर्यटक स्थलों को बढ़ावा दिये जाने एवं उनके प्रचार-प्रसार के लिए 3 अक्टूबर को मुम्बई से हरिद्वार/ऋषिकेश के लिए बद्री-केदार, कार्तिक स्वामी, एक्सप्रेस का संचालन किया जायेगा। राज्य के विभिन्न प्रमुख पर्यटक स्थलों के अतिरिक्त विभिन्न अल्पज्ञात पर्यटक स्थलों के प्रचार-प्रसार हेतु उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् की यह अनूठी पहल है, जिसमें पर्यटक ट्रेन के माध्यम से राज्य के अल्प ज्ञात स्थलों में पर्यटन को बढावा देने का प्रयास किया जा रहा है।