(Startup) हल्द्वानी के इस युवा की डिवाइस से बढ़ जाएगा आपके वाहन का एवरेज, इतना कम हो जाएगा तेल का खर्च
Craim Device, देश में लगातार बढ़ रही इधन की खपत को देखते हुए पेट्रोलियम मंत्रालय पहले ही अपनी चिंता व्यक्त कर चुका है। यही कारण है कि आये दिन डीजल-पेट्रोल के दामों में इजाफा देखने को मिलता है। लेकिन अब हल्द्वानी आवास विकास कॉलोनी निवासी मुकेश कुमार विद्यार्थी की क्रेम (Craim) डिवाईस देश की इस गंभीर समस्या से लड़ने में मदद करेगी। बीटेक ड्रापआउट मुकेश मौजूदा समय में पोस्ट ऑफिस में ऐजेंट है। लेकिन उनके जज्बे ने आज वह कर दिखाया है, जिसकी लोग कल्पना ही करते रह गए।
मुकेश ने 12 साल की कड़ी मेहनत के बाद एक ऐसा यंत्र तैयार किया है जिससे डीजल की खपत को कम किया जा सकता है और वाहन के माईलेज को बढ़ाया जा सकता है। बस के इंजन में किये गए अपने आविष्कार पर उन्होंने बताया कि इस डिवाईस के लगने से पहले 15848 किमी बस चलाये जाने पर डीजल की खपत 2877 लीटर पाई गई जबकि डिवाईस लगने बाद खपत 2775 लीटर पाई गई।
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जिस हिसाब से पूरी यात्रा में डिवाईस लगने के बाद 102 लीटर डीजल की बचत हुई। मुकेश की माने तो उन्होंने इस डिवाइस को बसों में लगाकर कर इसकी क्षमता को भी भापा है। इस डिवाईस के लगते ही इंजन का पर पड़ने वाला भार भी कम हो जाता है। वही इस डिवाईस की कीमत आम जनता के लिए उन्होंने 16980 रखी है। अब तक वह चार डिवाईसों को डेमो के तौर पर बसों में फिट कर चुके है।
क्रेम डिवाईस कैसे करती है काम
बता दें कि क्रेम डिवाईस के लगने के बाद न केवल वाहन के इंजन की क्षमता बढ़ जाती वल्की इधन की खपत में भी भारी अतंर देखने को मिलता है। मुकेश की माने तो उनका यह यंत्र वाहन के अंदर प्रवेश करने वाली हवा की मदद से काम करता है। हवा के इस यंत्र में प्रवेश करते ही इसमें लगी खास किस्म की कॉपर की जाली और डिवाईस हवा की उर्जा को बढ़ाने का कार्य करती है। जिसके प्रभाव से वाहन में मौजूद डीजल तेजी से जलने लगता है, और वाहन में पड़ने वाला दवाब भी कम हो जाता है।
जो डीजल की खपत कम करने में मदद करता है। तकनिकी तौर पर जाने तो इस हवा में मौजूद 21 प्रतिशत ऑक्सिजन, 78 प्रतिशत नाईट्रोजन और एक प्रतिशत अन्य गैस की ऐटम्स की काईनेटिक एनर्जी बड़ेगी। वही काईनेटिक एनेर्जी बड़ने के बाद इंजन की उर्जा बड़ेगी। जिससे इंजन में दवाब कम हो जाएगा। और वाहन से निकलने वाला दुआ भी कम हो जाएगा साथ ही वाहन कम इधन की कम खपत करना शुरू कर देगा।
देश के साथ ही विदेश में भी बजा डंका
मुकेश द्वारा बनाई गई क्रेम नाम की इस डिवाइस को उद्योग विभाग की स्टार्टअप पॉलिसी में भी रजिस्टर्ड किया जा चुका है। जिसके बाद से वह फूले नहीं समा रहे है। मुकेश की अब आस जागी है कि उनका यह यंत्र जल्द ही मार्केट में उतर आयेगा। मुकेश के अनुसार इस डिवाईस को भारत के अलावा स्विजरलैंड की ‘World Intellectual Property Organization’ में भी पेटेंट किया जा चुका है। उनको उम्मीद है कि इन सब के बाद अब जल्द ही डिवाइस को मार्केट में लांच करने का रास्ता साफ हो सकेगा। वही उनकी इस कामियाबी का डंका न केवल देश में वल्की विदेश में भी बजा है।
राज्य सरकार से मिलेगा लाभ
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार ने बताया कि मुकेश के इस आविष्कार की उत्तराखंड उद्योग विभाग में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जिसके बाद जल्द ही उन्हें राज्य सरकार की ओर से फायदा पहुंचना शुरू हो जाएगा। वही इस तरह का आविष्कार राज्य और देश के लिए एक बड़ा वरदान साबित होगा। उनका कहना है कि जो युवा नया काम करना चाहते है उनके लिए प्रदेश सरकार की तरफ से स्टार्टअप पॉलिसी में काफी फायदा मिलेगा।
क्या है उत्तराखंड स्टार्टअप पॉलिसी 2018
उत्तराखंड सरकार की स्टार्टअप पॉलिसी 2018 में रजिस्ट्रेशन हो जाने पर अपने रोजगार को स्टार्टअप करने को सरकार की ओर से 10,000 से 15,000 तक मासिक भत्ता मिलेगा। इसके साथ ही उत्पाद विकास के लिए 5 लाख तथा विपणन के लिए 7.5 लाख रुपये की सहायता मिलेगी। वही जीएसटी एवं स्टाम्प शुल्क, आयकर, पेटेन्ट पर छूट मिलेगी। औद्योगिक इकाई का पंजीकरण ऑन लाईन department Of industrial Policy And promotion(DIPP) की बेवसाइट WWW.dipp.nic/राज्य उद्यमिता एवं नवोन्मेष परिषद में करना अनिवार्य है।