नई दिल्ली- “Fashion Industry” में कमाना चाहते है शोहरत, तो ऐसे करें अपने करियर की शुरुआत ये है टॉप कॉलेज
Fashion Designing News, आज के इस दौर में हर कोई अपना यूनीक ब्रांड क्रिएट करना और मार्केट में ज्यादा से ज्यादा दिखाई देना चाहता है। ऐसा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के बीच लगातार बड़ रहे कॉम्पिटिशन के चलते देखने को मिल रहा है। एक ब्रांड कितना यूनीक है, उसी से उसकी पहचान बनती है और वह कामयाब भी होता है। यहीं आती है फैशन कम्युनिकेशन की भूमिका,
जिसके एक्सपर्ट एक प्रतिनिधि के तौर पर किसी भी ब्रांड, कंपनी या व्यक्ति को दुनिया के सामने पेश करते हैं। ऐसे में जिन लोगों के अंदर फैशन सेंस और डिजाइन का एप्टीट्यूड है और वे जानते हों कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल, वेब और ऑडियो-विजुअल मीडिया में कैसे फैशन ट्रेंड्स को प्रमोट किया जाए, उनके लिए फैशन कम्युनिकेशन क्षेत्र को एक्सप्लोर करना अच्छा रहेगा।
फैशन क्षेत्र में क्या हैं संभावनाएं
फैशन इंडस्ट्री में अब तक विजुअल मर्चेंडाइजिंग, स्टाइलिंग ऐंड ग्राफिक डिजाइनिंग, डिस्प्ले, एग्जीबिट डिजाइनिंग, एडवर्टाइजिंग, पब्लिक रिलेशन स्ट्रेटेजी और फैशन संबंधी क्रिएटिव राइटिंग जैसे माध्यम से प्रवेश लिया जाता रहा है। अब इसमें फैशन कम्युनिकेशन भी शामिल हो गया है। अच्छी बात यह है कि इसमें करियर ओरिएंटेड युवाओं के लिए काफी संभावनाएं हैं।
खासकर जब भारत में फैशन और लाइफस्टाइल इंडस्ट्री बूम कर रही हो, तो फैशन जर्नलिस्ट्स की मांग होना लाजिमी है। अखबार,मैगजीन, ब्लॉग के अलावा लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट चैनल में अच्छे मौके हैं। युवा प्रोफेशनल्स चाहें, तो पब्लिक रिलेशन, फैशन एडवर्टाइजिंग, स्टाइल कंसल्टेंसी, इवेंट मैनेजमेंट, कैटवॉक शोज, गैलरीज के अलावा विजुअल इमेजरी, टेक्स्ट, इंफॉर्मेशन और एक्सपेरिमेंटल डिजाइन के सेक्टर में भी आगे बढ़ सकते हैं।
शैक्षिक योग्यता क्या होनी चाहिये
किसी स्टूडेंट को फैशन कम्युनिकेशन में स्नातक करना है, तो उसे 50 प्रतिशत अंकों के साथ हायर सेकंडरी उत्तीर्ण करना जरूरी है। इसके अलावा, अगर कोई पांच विषयों के साथ नेशनल ओपन स्कूल से सीनियर सेकंडरी स्कूल एग्जामिनेशन पास करता है, तो वह भी ग्रेजुएशन में नामांकन करा सकता है।
कई कॉलेज बीएससी (फैशन कम्युनिकेशन) प्रोग्राम के लिए एक निश्चित पैटर्न अडॉप्ट करते हैं। ये एक तरह का स्पेशलाइज्ड प्रोग्राम है जिसमें स्टूडेंट्स को कम्युनिकेशन स्किल डेवलप करने की ट्रेनिंग दी जाती है। स्टूडेंट्स चाहें, तो ग्राफिक डिजाइन, स्टाइलिंग एवं फोटोग्राफी, फैशन जर्नलिज्म आदि में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं।
स्किल डेवलपमेंट
फैशन कम्युनिकेशन प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट्स को फैशन बिजनेस, डिजाइन के बेसिक्स, फैशन स्टाइलिंग और पोर्टफोलियो डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी जाती है। इससे स्टूडेंट्स को प्रोफेशनल सक्सेस के लिए जरूरी स्किल्स डेवलप करने में मदद मिलती है। इस तरह जिन प्रोफेशनल्स को इंडस्ट्री के सामने आने वाली चुनौतियों का ठोस समाधान पता है, जिन्हें डिजाइन स्ट्रेटेजी बनानी आती है, वे फैशन कम्युनिकेशन का कोर्स कर नाम और पहचान, दोनों कमा सकते हैं।
सैलरी
फैशन कम्युनिकेशन कोर्स करने और फैशन जर्नलिस्ट के तौर पर काम शुरू करने से सालाना ढाई से तीन लाख रुपये का पैकेज आसानी से मिल सकता है। इसी तरह इससे संबंधित बाकी क्षेत्रों में काम करने पर भी आर्थिक स्थायित्व रहता है।
प्रमुख संस्थान-
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली
वेबसाइट: https://www.nift.ac.in/
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
वेबसाइट: https://www.nid.edu/
सिंबायोसिस स्कूल ऑफ डिजाइन, पुणे
वेबसाइट: https://www.sid.edu.in/
पर्ल एकेडमी, दिल्ली
वेबसाइट: https://pearlacademy.com/