हल्द्वानी- केन्द्रीय मंत्री निशंक ने की सीबीएसई सहोदय प्रमुखों से खास बातचीत, कुमाऊं से सहोदय उत्थान स्कूल हुआ शामिल

हल्द्वानी- सीबीएसई शिक्षाविदों और प्रशिक्षण इकाई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नई शिक्षा नीति पर सीबीएसई सहोदय प्रमुखों की बातचीत की। जिसमें निदेशक के रूप में पीएसएन परिवार को आमंत्रित किया गया था।बता दें कि हर देश अपनी शिक्षा व्यवस्था को अपने राष्ट्रीय मूल्यों के साथ जोड़ते हुए,
 | 
हल्द्वानी- केन्द्रीय मंत्री निशंक ने की सीबीएसई सहोदय प्रमुखों से खास बातचीत, कुमाऊं से सहोदय उत्थान स्कूल हुआ शामिल

हल्द्वानी- सीबीएसई शिक्षाविदों और प्रशिक्षण इकाई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नई शिक्षा नीति पर सीबीएसई सहोदय प्रमुखों की बातचीत की। जिसमें निदेशक के रूप में पीएसएन परिवार को आमंत्रित किया गया था।बता दें कि हर देश अपनी शिक्षा व्यवस्था को अपने राष्ट्रीय मूल्यों के साथ जोड़ते हुए, अपने राष्ट्रीय ध्येय के अनुसार सुधार करते हुए चलता है। जिसका मकसद ये होता है कि देश की शिक्षा प्रणाली अपनी वर्तमान औऱ आने वाली पीढिय़ों का भविष्य तैयार रखे और तैयार करे। नई शिक्षा नीति को कैसे धरातल पर उतारा जाय इसकी को लेकर आज केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सहोदय प्रमुखों से बात की।

देहरादून-डबल लेन सडक़ों से जुड़ेंगे विकासखंड मुख्यालय, ऐसे आयेंगी सडक़ दुर्घटनाओं में कमी

हल्द्वानी- केन्द्रीय मंत्री निशंक ने की सीबीएसई सहोदय प्रमुखों से खास बातचीत, कुमाऊं से सहोदय उत्थान स्कूल हुआ शामिल

जानकारी देते हुए सहोदय उत्थान स्कूल के सीबीएसई सचिव अभिषेक मित्तल ने बताया कि इस कार्यक्रम में हल्द्वानी सहोदय उत्थान स्कूल कॉम्पलैक्स भी शामिल था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के भारत का और नए भारत की नींव तैयार करने वाली है। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षा व्यवस्था में क्यों 10+2 सिस्टम को खत्म कर 5+3+3+4 सिस्टम को लाया जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से इस पर चर्चा की गई। बदलते समय के साथ एक नई विश्व व्यवस्था खड़ी हो गई है। एक नया ग्लोबल स्टैंडर्ड भी तय हो रहा है। बदलते ग्लोबल स्टैंडर्ड के हिसाब से भारत के एजुकेशन सिस्टम में बदलाव करने भी बहुत जरूरी है। इसी दिशा में उठाया गया कदम है। चर्चा में शामिल होने वाला सहोदय उत्थान स्कूल कुमाऊं का एकमात्र स्कूल था।