हल्द्वानी-जिंदगी बचाने बागेश्वर से हल्द्वानी पहुंचा बुजुर्ग, लॉकडाउन के बीच फंसा तो ऐसे मिली मौत

हल्द्वानी-लॉकडाउन के बाद जो जहां था वहीं फंस गया। ऐसे में कई लोग परेशान भी रहे। कई लोग अभी भी उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में फंसे हुए है। आज हल्द्वानी में एक ऐसा मामला सामने आया जहां एक बुजुर्ग की मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मच गया। बताया जा रहा
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हल्द्वानी-जिंदगी बचाने बागेश्वर से हल्द्वानी पहुंचा बुजुर्ग, लॉकडाउन के बीच फंसा तो ऐसे मिली मौत

हल्द्वानी-लॉकडाउन के बाद जो जहां था वहीं फंस गया। ऐसे में कई लोग परेशान भी रहे। कई लोग अभी भी उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में फंसे हुए है। आज हल्द्वानी में एक ऐसा मामला सामने आया जहां एक बुजुर्ग की मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मच गया। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग बागेश्वर जिले का रहने वाला है। वह यहां इलाज के लिए आया था। लेकिन लॉकडाउन के बाद वह हल्द्वानी में फंस गया। उसने घर जाने की कई कोशिशें की लेकिन अंत में उसे मौत मिली।

हल्द्वानी-जिंदगी बचाने बागेश्वर से हल्द्वानी पहुंचा बुजुर्ग, लॉकडाउन के बीच फंसा तो ऐसे मिली मौत
जी हां बागेश्वर से इलाज के लिए हल्द्वानी अस्पताल में आया एक बुजुर्ग का शव देवलचौड़ बंदोबस्ती के पास एक किराये के मकान में मिला। सूचना पुलिस तक पहुंची पुलिस मौके पर पहुंची। शव में बुरी तरह से बदबू मार रहा था। आशंका है कि बुजुर्ग की मौत तीन या चार दिन पहले हो गई है। हैरानी भरी बात तब सामने आयी जब यह पता चला कि कमरा किसी और ने किराये पर ले रहा था। वह लॉकडाउन लगते ही पहाड़ चले गया। कमरे में किसी और का शव देख मकान मालिक भी हैरान रह गया। मौके पर कई जनप्रतिनिधि भी पहुंचे तो पूरा मामला सामने आया।

हल्द्वानी-जिंदगी बचाने बागेश्वर से हल्द्वानी पहुंचा बुजुर्ग, लॉकडाउन के बीच फंसा तो ऐसे मिली मौत

बताया जा रहा है कि बुजुर्ग बागेश्वर जिले यहां अपनी बीमारी का इलाज करने आया था। जिसके बाद लॉकडाउन लग तो वह लॉकडाउन में फंस गया। इससे पहले ही बागेश्वर का रहने वाला युवक अपने गांव चला गया। इससे पहले भी बुजुर्ग वहां आ चुका था। इसके बाद जब बुजुर्ग कमरे पर पहुंचा तो वहां ताला लगा था। उसने ताला तोड़ा और कमरे में रहने लगा।लेकिन आज उसका सड़ा शव कमरे में मिला। इससे साफ नहीं हो पाया है कि बुजुर्ग की मौत कैसे हुई। क्या वह भूख से भरा या फिर उसने सुसाइड किया। फिलहाल अभी पुलिस इस बारे में जांच कर रही है।

वहीं लोगों की माने तो इससे पहले वह बुजुर्ग बागेश्वर अपने घर जाने के लिए रामपुर रोड स्थित दोनों अखबारों के वाहन चालकों से कई बार बागेश्वर ले जाने की बात कह रहा था। लेकिन लॉकडाउन में सख्ती के चलते उसे कोई बागेश्वर नहीं ले गया। बुजुर्ग पिछले चार दिनों से लगातार इन अखबार कार्यालयों के बाहर चालकों से घर छोडऩे की मिन्नतें करते रहा लेकिन उसे इसका कोई फायदा नहीं मिला। आज उसकी लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जिसके बाद अब यह साफ नहीं पा रहा है कि उसकी मौत बीमारी से हुई या फिर उसने तनाव में आकर सुसाइड किया। मौके पर फिलहाल कोई सुसाइड नोट में नहीं मिला। टीपी नगर पुलिस जांच में जुटी है। फिलहाल अभी शव की शिनाख्त नहीं हुई है।

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