देहरादून-पीएम मोदी ने जाना चौथी बार चमोली का हाल, सीएम त्रिवेन्द्र की सक्रियता से ऐसे रूकी बड़ी तबाही

देहरादून-चमोली आपदा ने तबाही मचाई तो प्रदेश के मुखिया त्रिवेन्द्र सिंह रावत तुंरत एक्शन में आ गये। सीएम ने अपने कार्यक्रम रद्द करते हुए घटनास्थल की ओर जाने की तैयारी की। थोड़ी देर वह घटना स्थल पर भी पहुंच गये। साथ ही सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया। वहीं केन्द्र सरकार से भी तुंरत
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देहरादून-पीएम मोदी ने जाना चौथी बार चमोली का हाल, सीएम त्रिवेन्द्र की सक्रियता से ऐसे रूकी बड़ी तबाही

देहरादून-चमोली आपदा ने तबाही मचाई तो प्रदेश के मुखिया त्रिवेन्द्र सिंह रावत तुंरत एक्शन में आ गये। सीएम ने अपने कार्यक्रम रद्द करते हुए घटनास्थल की ओर जाने की तैयारी की। थोड़ी देर वह घटना स्थल पर भी पहुंच गये। साथ ही सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया। वहीं केन्द्र सरकार से भी तुंरत बात की। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह लगातार उनसे हादसे की अपडेट लेते रहे और पूरी मदद का आश्वासन भी दिया। वही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मदद का आश्वासन दिया।

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बिना समय गंवाए ताबड़तोड़ फैसले लिए गए। राज्य सरकार की सक्रियता की हर तरफ सराहना हो रही है। खुद सीएम रावत ने ट्वीट कर बताया कि पीएम मोदी ने चौथी बार फोन कर चमोली में आई आपदा का अपडेट लिया है और हरसंभव मदद की आश्वासन दिया है। जैसे ही रैणी गांव मेंं ग्लेशियर फटा तो इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सीएम को सूचना मिली तो उन्होंने तुंरत अलर्ट रखते हुए प्रशासन को आश्वासन दिया। घंटेभर के भीतर राहत एवं बचाव अभियान की रूपरेखा तैयार हो गई और उस पर अमल शुरू हो गया।

देहरादून-पीएम मोदी ने जाना चौथी बार चमोली का हाल, सीएम त्रिवेन्द्र की सक्रियता से ऐसे रूकी बड़ी तबाही

मौके पर एनडीआरएफ की टीमें दिल्ली से रवाना की गईं तो शाम होते-होते हिंडन से जौली एयरपोर्ट पर प्लेन उतरने लगे। पीएम नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सबने सक्रियता दिखाई और तुुंरत राहत एवं बचाव कार्य तेज हो गया। एक तरफ सूचना इक_ा की जा रही थी तो दूसरी तरफ पूरा फोकस लोगों की जिंदगियां बचाने का था। इसके साथ ही किसी तरह की अफवाह न फैले, इसका भी बराबर ध्यान रखा गया। केवल किसी अधिकारी या मंत्री को घटनास्थल पर भेजने की जगह सीएम त्रिवेंद्र ने फौरन खुद जाने का फैसला किया। वही बाढ़ आगे बढऩे की सूचना पर लोगों को लगातार अलर्ट किया गया। जिससे आगे बड़ा हादसा होने से रोका गया।

सीएम त्रिवेन्द्र रावत के इस कदम की पूरे देशभर में तारीफ हो रही है। जिस तरह से उन्होंने चमोली आपदा में सक्रियता दिखाई वाकई में वह सराहनीय है। इसके अलावा सीएम ने आपदा आने के कुछ देर बाद ही टिहरी डैम से भागीरथी नदी के पानी को रोकने का आदेश दे दिया, जिससे देवप्रयाग से आगे ऋषिकेश, हरिद्वार और उत्तर प्रदेश के गंगा क्षेत्रों में नुकसान न हो। ऐसे में कहा जा सकता है कि उनकी दूरदर्शिता ने यूपी को भी प्रभावित होने से बचा लिया। गृह मंत्रालय एमएचए का कहना है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन स्नो एंड एवलांच स्टडी इस्टेब्लिशमेंट संस्था के वैज्ञानिकों की एक टीम कल रात देहरादून के लिए रवाना हुई। जोशीमठ क्षेत्र से निगरानी के लिए वैज्ञानिकों की टीम रवाना हो रही है।