देहरादून- (देखें वीडियो) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हरदा ने सोशल मीडिया पर कह डाली ये बात, लगायें कई आरोप
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा हर की पौड़ी में गंगा को नहर का दर्जा दिये जाने वाले मामले में बीजेपी के कई नेता फ्रंटफुट पर आगए है। बीते दिनों बाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पूर्व सीएम हरीश रावत को जनता का अपराधी बताया था, वही प्रदेश अध्यक्ष की बात पर पलट वार करते हुए हरदा ने उन्हें करारा जवाब दिया है। उन्होंने इशारों-इशारों में भाजपा के कई अन्य नेताओं को भी घेरा है।
शोसल मीडिया में उनके द्वारा की गई पोस्ट में यहां तक कह दिया कि भाजपा की राज्य विरोधी नीतियों का बस्ता बहुत बड़ा है, आगे भी भाजपा नेता उन्हें छेड़ेंगे तो वे भाजपा के कारनामे उजागर करेंगे। अपनी पोस्ट में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि बंशीधर भगत रामलीला में दशरथ का पाठ करते हो लेकिन ज्यादातर सोमवार उनका रावण जैसा रहता है। अपने संवाद में उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
#भाजपा अध्यक्ष #बंशीधर_भगत जी #रामलीला में दशरथ का पाठ करते हैं, मगर बहुधा संवाद रावण वाले बोल जाते हैं।वो चाहते हैं कि, मैं प्रायश्चित करूं, भगत जी मैं निश्चित तौर पर 2022 में कांग्रेस की सरकार वापस लाकर प्रायश्चित..https://t.co/7r98IfzDOH@tsrawatbjp @INCIndia @INCUttarakhand pic.twitter.com/a3c68nv4nZ
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 19, 2020
पढ़े सीएम हरीश रावत की पोस्ट…
भाजपा अध्यक्ष बंशीधर_भगत जी रामलीला में दशरथ का पाठ करते हैं, मगर बहुधा संवाद रावण वाले बोल जाते हैं। वो चाहते हैं कि, मैं प्रायश्चित करूं, भगत जी मैं निश्चित तौर पर 2022 में कांग्रेस की सरकार वापस लाकर प्रायश्चित करूंगा। आपने बहुत ठीक कहा कि, मेरी कुछ कमियां रह गई, जिन कमियों के कारण 2017 में उत्तराखंड में मेरे बाद कुछ भी काम न करने वाली सरकार आयी। रामपुर तिराहा कांड में कौन दोषी है, इस विषय में मुझसे पूछने के बजाय, उस समय के श्री सतपाल_महाराज जी के बयानों को जरा सा पढ़ लीजियेगा और यदि आपको वो बयान न खोजने को मिलें, इतना जरा याद कर लीजियेगा कि, रामपुर तिराहा कांड का एक अभियुक्त, आपके किस नेता का जो मुख्यमंत्री भी रहे, केन्द्र में मंत्री भी रहे, उनके प्राइवेट सेक्रेटरी रहे हैं और जिस दिन आप इस सत्य को खोज लेंगे तो फिर रामपुर तिराहा कांड में भाजपा की भूमिका के लिये, आपके पास माफी मांगने के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा। आप मुझसे कहते हैं कि, केंद्रीय_मंत्री के रूप में क्या किया, मैं तो जमरानी को नेशनल प्रोजेक्ट के रूप में राज्य को देकर के गया, मगर आपके नाम राशि जब वहां से नेता बने, तो उन्होंने एचएमटी को जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया, आईडीपीएल जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया, बस्ता बड़ा लंबा है, आपकी पार्टी के और आपके नेताओं के कुछ न करने का, तो आगे जितना खुलावोगे उतना खुलता जायेगा, बेहतर यह है कि, मां_गंगा को स्क्रैप_चैनल के सन्दर्भ में जो निर्णय उस समय लिया गया, वो उस समय के जनहित को देख कर लिया गया, अब हम सबके भावात्मक हित में आप उस निर्णय को वापस करवाईये, उसको रद्द करवाईये।