चमोली- इन नियमों के साथ पर्यटक कर सकते है फूलों की घाटी के दीदार, पढ़े क्या है खासियत

पर्यटक अब उत्तराखंड के चमोली जिले में मौजूद विश्व धरोहर फूलों की घाटी का दीदार कर सकेंगे। इसके लिए कोविड नियमों के तहत उन्हें 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के उप वन संरक्षक नंदा बल्लभ शर्मा ने कहा कि फूलों की घाटी एक जून को खोल दी गई
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चमोली- इन नियमों के साथ पर्यटक कर सकते है फूलों की घाटी के दीदार, पढ़े क्या है खासियत

पर्यटक अब उत्तराखंड के चमोली जिले में मौजूद विश्व धरोहर फूलों की घाटी का दीदार कर सकेंगे। इसके लिए कोविड नियमों के तहत उन्हें 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के उप वन संरक्षक नंदा बल्लभ शर्मा ने कहा कि फूलों की घाटी एक जून को खोल दी गई है। लेकिन कोरोना के चलते पर्यटकों की आवाजाही बंद थी। अब घाटी को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।

खिलती है फूलों की 500 प्रजातियां

जानकारी मुताबिक जो भी पर्यटक यहां आएगा उसके पास 72 घंटे की निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट होनी जरूरी है। बता दें कि हिमाच्छादित पर्वतों के बीच स्थित फूलों की घाटी में विभिन्न प्रजाति के लगभग 300 फूल खिले हैं, जो दूर-दूर तक अपनी महक बिखेरते हैं। गोविंदघाट से 16 किलो मीटर की पैदल दूरी तय कर पर्यटक फूलों की घाटी में पहुंचते हैं।

चमोली- इन नियमों के साथ पर्यटक कर सकते है फूलों की घाटी के दीदार, पढ़े क्या है खासियत

फूलों की घाटी भ्रमण के लिए जुलाई, अगस्त व सितंबर के महीनों को सर्वोत्तम माना जाता है। सितंबर में यहां ब्रह्मकमल खिलते हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। फूलों की घाटी के वन क्षेत्राधिकारी वृजमोहन भारती ने बताया कि घाटी में फूलों की लगभग 500 प्रजातियां खिलती हैं। मौजूदा समय में यहां करीब 300 फूलों की प्रजाति खिली हुई हैं।

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