भीमताल-पर्यटक स्थलों पर मिलेगी ये खास सुविधा, 87 लाख की मिली स्वीकृति

भीमताल-विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित हुई। परियोजना प्रबन्धक स्वजल द्वारा पीबीआईजी ईबीआर मद के अन्तर्गत जिले के विभिन्न ग्रामीण एवं पर्यटन स्थलों पर 29 सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए ग्राम सभाओं से प्राप्त प्रस्तावों पर विचार करते हुए स्वीकृति
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भीमताल-पर्यटक स्थलों पर मिलेगी ये खास सुविधा, 87 लाख की मिली स्वीकृति

भीमताल-विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित हुई। परियोजना प्रबन्धक स्वजल द्वारा पीबीआईजी ईबीआर मद के अन्तर्गत जिले के विभिन्न ग्रामीण एवं पर्यटन स्थलों पर 29 सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए ग्राम सभाओं से प्राप्त प्रस्तावों पर विचार करते हुए स्वीकृति दी गयी। 29 सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के लिए प्रति शौचालय तीन लाख की दर से 87 लाख रूपये का प्रस्ताव जिला जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा अनुमोदित किया गया। जिसमें स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) मद से 60.90 लाख एवं 15वे वित्तध्राज्य वित्त से ग्राम पंचायतों का अंश 26.10 लाख होगा।

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मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा जिले के समस्त इंटर एवं हाईस्कूल कॉलेजों में बालिकाओं के लिए निजि स्वच्छता एवं स्वास्थ्य की सुरक्षा हेतु सैनेटरी नैपकिन वैंडिंग मशीन एवं डिस्पोज यूनिट की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी भंडारी ने कहा कि ये महत्वपूर्ण कार्य है। बालिकाओं की निजि स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए ऐसे सभी राजकीय विद्यालयों में जहां 25 बालिकाओं से अधिक अध्ययनरत् हैं, वहॉ पर वैडिंग मशीन एवं डिस्पोज यूनिट की स्थापना की जाये। समिति द्वारा जिले के 80 ग्रामीण राजकीय विद्यालयों में यूनिट स्थापना के लिए 52.86 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी।

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बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित क्षतिग्रस्त शौचालयों अथवा अक्रियाशील शौचालयों की मरम्मत कर क्रियाशील करने के लिए प्रति शौचालय 5000 रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी। रेट्रोफिरिंग कार्य के अन्तर्गत शौचालय के दरवाजे की मरम्मत, नयां दरवाजा लगाया जाना, शौचालय के दरवाजे की मरम्मत, नईसीट लगाना, छत की मरम्मत एवं शौचालयों मे दूसरा पिट बनवाने जाने के लिए धनराशि ग्राम सभाओं में उपलब्ध कराई जा सकती है। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि उपलब्ध धनराशि एवं सर्वाधिक क्षतिग्रस्त शौचालयों की स्थिति के आधार पर 148 ग्राम सभाओं के 1050 प्रस्ताओं पर जिला जल एवं स्वच्छता समिति की सहमति के आधार पर 1050 की मरम्मत के लिए प्रति शौचालय 500 रूपये की दर से 52.50 लाख के भुगतान के लिए अनुमोदन किया गया।

इस धनराशि को ग्राम निधि में हस्तान्तरित की जायेगी। भंडारी ने निर्देश दिये कि धनराशि को व्यय करने के लिए संबन्धित ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत विकास अधिकारी पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे। इस दौरान बैठक में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल कुमार सिह, परियोजना निदेशक अजय सिंह, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान संतोष कुमार उपाध्याय, नन्द किशोर, जेपी यादव, पेयजल निगम जीएस तोमर के आदि अधिकारी मौजूद थे।