‘औली’- भारत का स्विट्रलैंड ! मन को सकून देता है यहां का वातावरण , बर्फबारी का आनंद लेना है तो चले आइए औली

समर सीजन चला गया है यानी घूमने का वक्त खत्म हो जाता है, लेकिन अगर आप ठंड में भी कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली आईये। बर्फ से लकदक पहाड़ों के नजारे देखने भर से ही सर्द से सर्द मौसम में भी गर्मजोशी छा जाती है तो जब आप
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‘औली’- भारत का स्विट्रलैंड ! मन को सकून देता है यहां का वातावरण , बर्फबारी का आनंद लेना है तो चले आइए औली

समर सीजन चला गया है यानी घूमने का वक्त खत्म हो जाता है, लेकिन अगर आप ठंड में भी कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली आईये। बर्फ से लकदक पहाड़ों के नजारे देखने भर से ही सर्द से सर्द मौसम में भी गर्मजोशी छा जाती है तो जब आप ऐसे स्थलों पर चले जाएं तो क्या होगा? यकीनन ऐसी कल्पनाओं से भी खूबसूरत है औली। जहां बर्फ पर स्कीइंग का आनंद लेने के लिए दुनिया भर से पर्यटक खिंचे चले आते हैं। पर केवल सर्दियों के मौसम में ही नहीं बल्कि इसकी सुंदरता कुछ ऐसी है कि पर्यटकों की भीड़ यहां हर मौसम में बनी रहती है। खासकर शर्दियों में बर्फबारी का आनंद लेना है तो फिर इससे बढिय़ा डेस्टिनेशन स्विटजरलैंड में भी नहीं है।

‘औली’- भारत का स्विट्रलैंड ! मन को सकून देता है यहां का वातावरण , बर्फबारी का आनंद लेना है तो चले आइए औली

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Uttarakhand tourist destination auli

मन को सकून देता है प्राकृतिक वातावरण

अगर आप भी समर सीजन की बात करें तो आपके लिए औली बेस्ट डेस्टिनेशन हो सकता है। गर्मी के दिनों में औली पर्यटकों को बहुत ही पसंद आता है। यहां का ठंडा मौसम और प्राकृतिक वातावरण मन को सुकून देता है। औली उत्तराखंड के चमोली जिले में 5-7 किलोमीटर में फैला छोटा सा स्की-रिसोर्ट है। इस रिसोर्ट को 9,500-10,500 फीट की ऊँचाई पर बनाया गया है। यहाँ बर्फ से ढकी चोटियाँ बहुत ही सुन्दर दिखाई देती हैं। इनकी ऊँचाई लगभग 23,000 फीट है। सूर्य की किरणें जब यहां की पर्वतों की श्रंखला पर पड़ती हैं तो उसकी चमक देखते ही बनती है। बर्फ से खेलने का आनंद कुछ और ही है। यहां पर मीलों तक जमी बर्फ का आनन्द लेने के लिऐ दूर-दूर भारत से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी पर्यटक घूमने आते हैं।

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औली में कहां-कहां घूम सकते हैं

  • औली से 12 किलोमीटर की दूरी पर जोशी मठ स्थित है। इस जगह पर मठ, मंदिर और स्मारक हैं। इसके अलावा आप यहां के पर्वतो की सैर भी कर सकते हैं। जोशी मठ को बद्रीनाथ और फूलों की घाटी का प्रवेश द्वार माना जाता है।
  • जोशी मठ से औली रोपवे की दूरी 4 किलोमीटर है। औली में ठहरने के स्थान के लिए यहां गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा फाइबर हट्स बनाई गई हैं। जहां रहने के अलावा खाने-पीने की भी व्यवस्था भी है।

‘औली’- भारत का स्विट्रलैंड ! मन को सकून देता है यहां का वातावरण , बर्फबारी का आनंद लेना है तो चले आइए औली

  • इसके अलावा छत्रा कुंड, क्वारी बुग्याल, सेलधार तपोवन, गुरसौं बुग्याल, चिनाब झील, वंशीनारायण कल्पेश्वर आदि जगहें देख सकते हैं।
  • ट्रैकिंग करने वालों के लिए क्वारी बुग्याल एक आदर्श स्थल है। यहा दूर दूर तक विस्तृत ढलानो की खूबसूरती देखते ही बनती है।
  •  सेलधार तपोवन में गर्म पानी के झरने और फव्वारे देखने योग्य हैं।

सर्दी में होती है यहां बर्फबारी

  • अगर आप औली में बर्फबारी देखना चाहते है या आईस स्पोर्टस का आनंद लेना चाहते है तो आपको यहां सर्दी के मौसम में आना होगा। सर्दी में औली का तापमान अधिकतम 4-7 डिग्री और न्यूनतम में कभी-कभी -8 डिग्री तक चले जाता है।
  • सर्दी में यहां चारों तरफ बर्फ की चादर ढंकी होती है। ठंड अधिक रहती है। इस कारण सर्दी में बच्चों के साथ यहां जाएं तो स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

‘औली’- भारत का स्विट्रलैंड ! मन को सकून देता है यहां का वातावरण , बर्फबारी का आनंद लेना है तो चले आइए औली

  • बरसात के मौसम में यहां वर्षा औसत होती है। बारिश के दिनों में यहां का तापमान करीब 12-15 डिग्री तक रहता है।
  • अप्रैल से अगस्त का समय बेहद ही खास रहता है। यहां पर उस समय आपको कड़ाके की ठण्ड का अनुभव मिलेगा। वैसे औली आने का नवंबर दिसंबर भी सही समय है इस वक्त यहां लोग बर्फबारी का आनंद लेने बड़ी संख्या में आते हैं।

औली ट्रीप के लिए कितना पैसा करना पड़ेगा खर्च

औली ट्रीप के लिए कुछ ट्रेवलिंग वेबसाइट्स पर 20 हजार से 30 हजार रुपए तक के टूर पैकजेस उपलब्ध हैं। ये पैकेज लोगों की संख्या, औली में रुकने के दिन आदि सुविधाओं के आधार पर कम-ज्यादा भी हो सकते हैं।

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भोजन और रहना

औली में पर्यटकों के लिऐ विशेष सुवधाएं हैं, यहां पर्यटकों को अच्छे रेट पर होटल किराए पर मिल जाते हैं, और भोजन मे शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलता है। औली में ठहरने के स्थान के लिए यहां गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा फाइबर हट्स भी बनाई गई हैं। जहां रहने के अलावा खाने-पीने की भी व्यवस्था भी है। यदि आप यहां पर शराब या नशे का शौक करना चाहता हैं तो आपको यहां दिक्कत आ सकती है। यहां पर स्वच्छ वातावरण मे आप मनमोहित हो जाओगे।

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औली कैसे पहुंचे ?

औली देहरादून जोलीग्रान्ट ऐयरपोर्ट से लगभग 300 किमी की दुरी पर पड़ता है। यहां जाने के लिऐ सडक़ मार्ग सबसे उचित मार्ग है। यदि आप रेल से यहां पहुंचना चाहते हैं तो ऋषिकेश सबसे निकटतम स्टेशन है यहां से ओली मात्र 235 किमी पर है। औली तक पहुंचने के लिए रेल मार्ग उपलब्ध नहीं है। यहां से आप टैक्सी और बस दोनों से यात्रा कर सकते हैं। औली आने पर हर व्यक्ति यहां पर बर्फ मे स्केटिंग ओर खंडोला की शैर का आनन्द लेता है बर्फिली चोटियां मन मोह लेती हैं। ऐक बार औली जाने का प्लान जरूर बनाईए।

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