अगर आपके पास है ये अकाउंट तो कम ब्याज दर मिलेगा कर्ज, जानिए कैसे ?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी (पीपीएफ) अकाउंट निवेश का विकल्प है। वैसे तो पीपीएफ अकाउंट में पैसा 15 साल के बाद ही मिलता है लेकिन अगर आपको अभी पैसे की जरूरत है तो आप लोन ले सकते हैं। सरकार ने पीपीएफ अकाउंट के बदले लोन की सुविधा दी है। इस अकाउंट से लोन लेना सस्ता पड़ता है और इसे चुकाना भी आसान है। इस पोस्ट में हम आपको पीपीएफ अकाउंट से लोन लेने और उसे चुकाने के Rules बताएंगे। साथ ही ये भी बताएंगे कि पीपीएफ पर ब्याज किस हिसाब से लेगेगा।
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कम ब्याज दर
पीपीएफ से लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यही होता है कि ये पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ता पड़ता है। क्योंकि सरकार ने इस लोन की ब्याज दर को पीपीएफ खाते में मिलने वाले ब्याज दर से लिंक कर रखा है। दरअसल इस लोन की ब्याज दर, पीपीएफ अकाउंट के ब्याज दर से सिर्फ 2 प्रतिशत ज्यादा होती है। यानी अगर पीपीएफ खाते पर 8 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है तो पीपीएफ लोन पर 10 प्रतिशत का ब्याज देना पड़ेगा। यह बैंक के पर्सनल लोन से काफी सस्ता है। बैंक पर्सनल लोन पर ब्याज की दर इससे ज्यादा होती है।
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कुछ गिरवी रखने की जरूरत नहीं
पीपीएफ अकाउंट से लोन बिल्कुल वैसे मिल जाता है जैसे पर्सनल लोन। इसमें आपको कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। लोन की वसूली के लिए कोई recovery agent परेशान नहीं करेगा। चूंकि, लोन आपके पीएफ बैलेंस पर लिया गया है, इसलिए सरकार कभी भी इसकी वसूली के लिए सख्ती नहीं करती।
पीएफ खाते से कैसे मिलेगा लोन?
पीएफ खाते से लोन लेने की प्रक्रिया को अगर आसान शब्दों में समझा जाए तो इसे लोन नहीं कहा जा सकता है। यह एक तरह से एडवांस निकासी होती है जिसे सिर्फ कुछ निश्चित परिस्थितियों में ही प्राप्त किया जा सकता है। नौकरी करने के दौरान भी आप पीएफ खाते से लोन निकाल सकते हैं। हालांकि यह आपके काम करने के वर्षों पर निर्भर करता है। पीएफ खाते से लोन प्राप्त करने के लिए आपको फॉर्म 31 जमा कराना होगा, इसे EPF एडवांस फॉर्म भी कहते हैं। इसके साथ आपको कुछ डॉक्यूमेंट भी जमा करने होते हैं। यानी अगर आप शादी के लिए लोन ले रहे हैं तो आपको अपनी शादी का कार्ड लगाना होता है। साथ ही आपको ईपीएफ फॉर्म 31 में अपनी पीएफ खाता संख्या, वेतन और बैंक खाते का विवरण भी देना होता है। इस प्रक्रिया के बाद ही आपका क्लेप प्रोसीड होगा और यह राशि सीधे आपके बैंक खाते में आ जाएगी।
पीएफ खाते का कितना पैसा लिया जा सकता है लोन
घर खरीदने और होम लोन की ईएमआई चुकाने के लिए आप ईपीएफ खाते में जमा रकम का 90 फीसद हिस्सा निकाल सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको ईपीएफओ को तीन साल पुराना सदस्य होना जरुरी है। आप इस खाते से लोन अपनी, अपनी बहन, भाई या फिर बेटी की पढ़ाई, खुद की या बेटा एवं बेटी की शादी के लिए, इलाज के लिए, घर को खरीदने या फिर उसकी ईएमआई के लिए ले सकते हैं। इसमें रीपेमेंट की समय अवधि 24 महीने की होती है।
पीपीएफ अकाउंट से लोन में जरूरी शर्तें
सबसे पहले यहां, यह तय कर लें कि एक वित्तीय वर्ष फाइनेंशियल वर्ष पूरा होने का मतलब आपके अकाउंट का एक साल पूरा होना नहीं है। बल्कि, आपने जिस तारीख को पीपीएफ अकाउंट खोला है, उसके बाद शुरू होने वाले पहले वित्तीय वर्ष (1 April से 31 March) के बीत जाने के बाद से है।
- चूंकि, आपको 7 वित्तीय वर्ष से पहले इस अकाउंट से लोन लेने की अनुमति नहीं मिलती है. ऐसे में आप तीसरे साल छठे साल के बीच में कभी भी पीपीएफ अकाउंट की मदद से लोन ले सकते हैं।
- पहले के दो वित्तीय वर्ष के अंत में जो भी रकम आपके पीपीएफ अकाउंट में होगी, उसका 25 फीसदी हिस्सा ही आप लोन के तौर पर ले सकते हैं।
- आप तब तक फ्रेश लोन नहीं ले सकते हैं, जब तक आपका पहले का लोन क्लियर नहीं हो जाता है।
- आपको लोन की रकम पर मिलने वाले मौजूदा ब्याज दर से 2 फीसदी से अधिक ब्याज पर लोन मिलेगा। मान लीजिए, अगर आप वर्तमान में अपने पीपीएफ अकाउंट के आधा पर लोन लेते हैं तो इसके लिए आपको 9.9 फीसदी की दर से लोन मिलेगा, क्योंकि पीपीएफ अकाउंट पर 7.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।
- 36 महीनों के अंदर आपको लोन चुकाना होगा।
- 7वें साल के बाद से आपको पीपीएफ अकाउंट के आधार पर कोई लोन नहीं मिलेगा. हालांकि, इस दिन से आप कुछ रकम की निकासी कर सकते हैं।