WORLD WILDLIFE DAY: आओ सब मिलकर एक बदलाव लाएं, हर एक वन्‍यजीव के प्राण बचायें

(रिपाेेेेेर्ट: राखी गंगवार) विश्व वन्यजीव दिवस: विश्व जीव-जंतु तथा पेड़-पौधों की विभिन्न प्रजातियां से भरा हुआ है। सभी प्रजातियों के जीव-जंतु, पेड़-पौधे और पक्षी इस तंत्र में अपने-अपने तरीके से महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। वन्यजीव तथा मानव एक दूसरे की जीवन का अंग बन चुके हैं। विश्व वन्यजीव दिवस 3 मार्च को मनाया जाता
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WORLD WILDLIFE DAY: आओ सब मिलकर एक बदलाव लाएं, हर एक वन्‍यजीव के प्राण बचायें

  (रिपाेेेेेर्ट: राखी गंगवार)
विश्व वन्यजीव दिवस: विश्व जीव-जंतु तथा पेड़-पौधों की विभिन्न प्रजातियां से भरा हुआ है। सभी प्रजातियों के जीव-जंतु, पेड़-पौधे और पक्षी इस तंत्र में अपने-अपने तरीके से महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। वन्यजीव तथा मानव एक दूसरे की जीवन का अंग बन चुके हैं। विश्व वन्यजीव दिवस 3 मार्च को मनाया जाता है। यह पहली बार साल 2014 में बनाया गया था। तब से लेकर अब तक वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए मनाया जाने वाला यह विश्व का सबसे बड़ा कार्यक्रम है।
WORLD WILDLIFE DAY: आओ सब मिलकर एक बदलाव लाएं, हर एक वन्‍यजीव के प्राण बचायें3 मार्च को संपूर्ण विश्व में ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ (World Wildlife Day) मनाया जाता है। 20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने 68वीं महासभा में वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति दुनिया भर के लोगों को जागरूक करने और वनस्पति के लुप्तप्राय प्रजाति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 3 मार्च को विश्‍व वन्‍यजीव दिवस को मनाने का ऐलान किया था।

वन्‍यजीव से हमें भोजन औषधि के अलावा अन्य प्रकार के लाभ भी प्राप्त होते हैं जैसे कि वन्यजीव जलवायु को संतुलित रखने में सहायता करते हैं। वर्षा को नियमित रखने तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्राप्ति में सहयोग करते हैं।

वन्य जीव पृथ्वी पर जीवन तथा पारिस्थितिकी तंत्र में मुख्‍य भूमिका निभाते हैं। मनुष्य की कुछ अनदेखी और गलत कार्यों की वजह से हम वन्‍यजीवों को खो रहे हैं। मानव द्वारा बनाई गई बस्तियां, औद्योगिकरण, बढ़ती हुई आबादी, गैर कानूनी व्यापार और शिकार इत्यादि कार्यों का वन्‍यजीवों पर गलत असर पड़ रहा है। धरती पर वन्‍य जीव-जंतुओं की विभिन्न प्रजातियों की संख्या इतनी अधिक तेजी से घट रही है कि कितनी तेजी से पूर्व में शायद ही कभी घाटी होगी। हर 24 घंटे के अंदर जीव जंतु तथा पेड़ पौधों की लगभग 200 प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं। स्पष्ट है कि प्रतिवर्ष करीब 73000 प्रजातियां लुप्त हो रही है।

संकटग्रस्‍त जीवों के प्रति जागरुकता बढ़ाने और उनको विलुप्‍त होने से बचाने की पहल के तहत संयुक्‍त राष्‍ट्र हर साल तीन मार्च को विश्‍व वन्‍यजीव दिवस मनाता है। द इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक जीवों की 2,599 प्रजातियां, उप-प्रजातियां अत्‍यधिक संकटग्रस्‍त हैं। इसी तरह 1975 पौधे, पादक और अन्‍य सूक्ष्‍म जीवों की प्रजातियों का अस्तित्‍व खतरे में है।

World Wildlife Day 2020 theme  हर साल ये दिवस अगल- अलग थीम के साथ मनाया जाता है

  • साल 2020 में इसकी थीम “पृथ्वी पर जीवन कायम रखना (Sustaining all life on earth) रखी गई।
  • साल 2019 में “पानी के नीचे जीवन: लोगों और ग्रह के लिए” (Life below water: for people and planet) थीम रखी गई थी।
  • साल 2018 में “बड़ी बिल्लियां – शिकारियों के खतरे में” (Big cats – predators under threat) रखी गई।
  • साल 2017 में “युवा आवाज़ सुनो” (Listen to the young voices) रखी गई।
  • साल 2016 में “वन्यजीवों का भविष्य हमारे हाथ में है”, एक उप-थीम “हाथियों का भविष्य हमारे हाथों में है” (The future of wildlife is in our hands”, with a sub-theme “The future of elephants is in our hands) रखी गई।
  • साल 2015 में “वन्यजीव अपराध के बारे में अब गंभीर होने का समय है” (It’s time to get serious about wildlife crime) थीम रखी गई थी।