अतिक्रमण हटाने के बाद क्यों पलटना पड़ा बीडीए को फैसला, जानिए इस खबर में…

न्यूज टुडे नेटवर्क। बीडीए द्वारा मजार हटाने के मामले के तूल पकड़ने के बाद शनिवार को बीडीए कार्यालय में फिर बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि मजार वहीं बनाई जाएगी। दरअसल गुरूवार को बीडीए ने एक मजार को अवैध कब्जा बताते हुए हटा दिया था। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय में भारी नाराजगी व्याप्त
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अतिक्रमण हटाने के बाद क्यों पलटना पड़ा बीडीए को फैसला, जानिए इस खबर में…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बीडीए द्वारा मजार हटाने के मामले के तूल पकड़ने के बाद शनिवार को बीडीए कार्यालय में फिर बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि मजार वहीं बनाई जाएगी। दरअसल गुरूवार को बीडीए ने एक मजार को अवैध कब्‍जा बताते हुए हटा दिया था। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय में भारी नाराजगी व्‍याप्‍त हो गई थी। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होने के बाद से खफा मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन कर दोबारा मजार बनाए जाने की मांग की थी।

शनिवार को इस मसले पर बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह के साथ काजी ए हिन्‍दुस्‍तान के दामाद फरमान मियां ने बैठक की। बैठक के दौरान बीडीए की कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शरियत किसी मजार या मस्जिद को एक जगह से दूसरी जगह बनाने की इजाजत नहीं देती। इसलिए मज़ार की तामीर (निर्माण) अपने मूल जगह पर ही कराया जाए।

बीडीए उपाध्यक्ष के साथ लंबी चली बातचीत में फैसला लिया गया कि जल्द से जल्द मज़ार की तामीर वहीं कराई जाएगी। गुरुबार को बीडीए ने अवैध बताकर मज़ार को शहीद कर दिया था इससे दरगाह समेत शहर भर के मुसलमानों में भारी नाराज़गी थी। शुक्रवार को ही नमाज़ जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मियां) के नेतृत्‍व में सैकड़ों की संख्या में लोगो ने धरना देकर मज़ार के पुनः निर्माण की मांग की थी । प्रतिनिधिमंडल में डॉक्टर मेहंदी हसन,शमीम अहमद, कलीमुद्दीन,मोइन खान आदि लोग शामिल रहे ।