बरेली के इस थाने के मालखाने का चार्ज लेने से आखिर क्यों घबरा रहे हैं हेड मोहर्रिर

न्यूज़ टुडे नेटवर्क। 4 साल पहले बारादरी थाने के माल खाने के हेड मोहर्रिर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी तब गबन और सुसाइड नोट के आधार पर एक होमगार्ड को जेल भेजा गया था। अब स्थिति यह है कि माल खाने का प्रभार लेने से पुलिसकर्मी कन्नी काट रहे हैं। खुद
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बरेली के इस थाने के मालखाने का चार्ज लेने से आखिर क्यों घबरा रहे हैं हेड मोहर्रिर

न्यूज़ टुडे नेटवर्क। 4 साल पहले बारादरी थाने के माल खाने के हेड मोहर्रिर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी तब गबन और सुसाइड नोट के आधार पर एक होमगार्ड को जेल भेजा गया था। अब स्थिति यह है कि माल खाने का प्रभार लेने से पुलिसकर्मी कन्नी काट रहे हैं। खुद को बीमार बताकर डॉक्टर की रिपोर्ट अफसरों को दे रहे हैं। मुकदमों का निस्तारण न होने पर कोर्ट अफसरों पर सख्ती कर रही है। मामले में सिटी मजिस्ट्रेट को कोर्ट ने तलब भी भी किया है।

बता दें कि एटा में तैनात दरोगा सत्यवीर सिंह त्यागी ने 27 नवंबर 2018 को बारादरी थाने के अपने सरकारी क्वार्टर में रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। एक डायरी में लिखे सुसाइड नोट में दरोगा ने खुदकुशी के पीछे बरादरी थाने के होमगार्ड वेद प्रकाश को जिम्मेदार ठहराया था। बताया था कि जब वे बारादरी थाने में हेड मुहर्रिर थे तो माल खाने से लाखों का गबन हुआ था।

उन्होंने होमगार्ड वेद प्रकाश पर आरोप लगाया था कि मैं उस पर विश्वास करता था लेकिन उसने विश्वासघात किया। सुसाइड के बाद जब जांच पड़ताल की गई तो पता चला वेद प्रकाश ऑटो लिफ्टर गैंग के मामले में पहले से ही जेल में बंद है। इसके बाद प्रभार को लेकर पुलिस काफी उलझन में रही।

इसके बाद बलराम सिंह को प्रभार दिया गया। बलराम का अब शाहजहांपुर तबादला हो गया। इससे पहले बारादरी थाने के माल खाने का प्रभार देने के लिए त्रिस्तरीय कमेटी गठित की गई। इसमें एसीएम, सीओ तृतीय, बारादरी थाना प्रभारी शामिल हैं। बावजूद कोई चार्ज लेने को तैयार नहीं है। बड़ी मुश्किल से बारादरी थाना इंस्पेक्टर शीतांशु शर्मा ने एक हेड मोहर्रिर को तैयार किया था लेकिन उसने भी कप्तान के सामने पेश होकर अपनी बीमारी से संबंधित दस्तावेज सौंप दिए। इसके बाद कप्तान ने दूसरा हेड मोहर्रिर तैयार करने के लिए इंस्पेक्टर से कहा है।