
न्यूज टुडे नेटवर्क। बसंत पंचमी से पहले ही मौसम ने शनिवार अचानक करवट बदली इसको देख कर ऐसा लगा कि जाते ही ठंड एक बार फिर से वापस आने लगी है बीते कई दिनों से लगातार तापमान में बढ़ोतरी और चटक धूप निकलने से लगा कि सर्दियां अब अलविदा होने को है, लेकिन शनिवार को मौसम के अचानक करवट लेने से मौसम का रूख कुछ बदल गया। सुबह के समय घना कोहरा देखकर लोगों को एक बार फिर सर्दी वापस आने का एहसास हुआ। हालांकि दिन में धूप निकलने के बाद मौसम फिर सामान्य हो गया।
दरअसल ऐसा पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ। पश्चिमी विक्षोभ की तेज हवाओं के कारण वेस्ट यूपी में वातावरण में उच्च वायुदाब बन गया। जिसकी वजह से घना कोहरा मैदानी क्षेत्रों में बना मौसम विभाग के अनुसार ऐसा कई दिनों तक रहेगा उच्च वायुदाब होने के कारण वातावरण में नमी का स्तर भी 90% जा पहुंचा है । इसकी वजह से मैदानी इलाकों में घना कोहरा होने के साथ-साथ आसमान में बादल छाए रहेंगे। जिसकी वजह से लोगों को चटक धूप का आनंद कुछ दिन नहीं मिल सकेगा। हालांकि आसमान साफ दिखाई देगा लेकिन बादल होने के कारण सिर्फ गुनगुनी धूप ही लोगों को राहत दे पाएगी।
शनिवार को सुबह के समय बरेली में घना कोहरा होने के कारण शहर का तापमान न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया तो अधिकतम तापमान 18 डिग्री तक दर्ज किया गया मौसम विभाग की माने तो तापमान में बढ़ोतरी जारी रहेगी अगले कुछ दिनों तक शहर का तापमान न्यूनतम 10 डिग्री तक रहने की संभावना है । मौसम साफ होने की वजह से लोगों को ठिठुरन जैसी सर्दी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
फिलहाल नहीं होगी बारिश
मौसम विभाग का अनुमान है कि उच्च वायुदाब बनने के कारण बारिश की आशंका नहीं है। इससे पहले अनुमान यह लगाया जा रहा था। अरब सागर से उठी चक्रवाती हवाओं और उत्तर भारत की तरफ से उठे चक्रवाती हवाओं के कारण मैदानी क्षेत्र में बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन उच्च वायुदाब के होने से पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश की संभावना है फ़िलहाल नहीं है।
कोहरे के कारण शुन्य रही शहर में विजीविल्टी
सुबह के समय अचानक घना कोहरा होने के कारण सूर्यदेव की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गए। शहर मे भी विजिबिलिटी भी शून्य रही । जिस कारण शहर के अलावा हाईवे पर भी वाहनों की रफ्तार बेहद कम रही। घना कोहरा होने की वजह से गाड़ियों की रफ़्तार धीमी रही । विभाग ने भी अलर्ट जारी करते हुए कहा कि घना कोहरा होने की वजह से वाहनों की रफ्तार कम ही रखें। क्योंकि ऐसे में दुर्घटना होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।